EPFO : आपको बता दें पिछले 10 सालों में पीएफ पर मिलने वाली ब्याज दर सबसे ज्यादा 2015-16 में थी. जो कि उस समय 8.8 प्रतिशत सालाना थी. वित्त वर्ष 2022-23 में पीएफ पर 8.15 प्रतिशत का ब्याज दिया जा रहा है. इससे पहले फाइनेंशिल ईयर में यह 8.10 प्रतिशत था.
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PF Interest Rate FY24: 1 फरवरी को पेश हुए अंतरिम बजट में सैलरीड क्लॉस को इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव की उम्मीद थी. लेकिन किसी तरह का बदलाव नहीं होने पर निराशा हुई थी. लेकिन अब साढ़े छह करोड़ नौकरीपेशा को खुश करने वाली खबर आ गई है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने शनिवार को 2023-24 के लिए पीएफ की जमा पर ब्याज दर को बढ़ाकर 8.25% कर दिया है. यह पिछले साल की 8.15% की दर से 10 बेसिस प्वाइंट ज्यादा है. इससे पहले 2021-22 में ब्याज दर 8.10% थी. ईपीएफओ के साढ़े छह करोड़ सब्सक्राइबर्स को इस कदम का फायदा सीधे तौर पर मिलेगा.
वित्त मंत्रालय जारी करेगा नोटिफिकेशन
श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता वाले ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) ने शनिवार को ईपीएफओ की 235वीं बोर्ड मीटिंग में प्रस्तावित ब्याज दर को मंजूरी दी. हालांकि अभी इसको लेकर ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है. वित्त मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद बढ़ी हुई ब्याज दर को नोटिफाई किया जाएगा. इसके बाद ईपीएफओ की तरफ से ग्राहकों के अकाउंट में ब्याज दर का पैसा जमा किया जाएगा.
वीपीएफ पर भी लागू होगी बढ़ी हुई ब्याज दर
नोटिफिकेशन जारी होने के बाद 8.25% की ब्याज दर वीपीएफ पर भी लागू होगी. इसके अलावा, जिन ट्रस्ट को नियम के अनुसार छूट मिलती है वे भी अपने कर्मचारियों को ईपीएफओ की बढ़ी हुई दर का फायदा देने के लिए बाध्य हैं. आपको बता दें कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) 20 या 20 से ज्यादा कर्मचारियों वाली कंपनी में सैलरीड क्लॉस कर्मचारियों के लिए जरूरी है. कर्मचारी की मंथली सैलरी का 12% ईपीएफ अकाउंट में निवेश किया जाता है. इसी तरह एम्पलायर की तरफ से भी इतना ही योगदान ईपीएफ में किया जाता है.
8.33% पैसे का योगदान EPS में
कर्मचारी की सैलरी से काटा गया पूरा पैसा ईपीएफ अकाउंट में जमा किया जाता है. एम्पलायर के हिस्से का महज 3.67% पैसा ईपीएफ अकाउंट में जमा होता है. बाकी 8.33% पैसा कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में जाता है. आपको बता दें पिछले 10 सालों में पीएफ पर मिलने वाली ब्याज दर सबसे ज्यादा 2015-16 में थी. जो कि उस समय 8.8 प्रतिशत सालाना थी. अगर आज 8 प्रतिशत पर सहमति बनती है तो यह ब्याज दर पिछले 10 साल में सबसे कम होगी.
पीएफ के फायदे
पीएफ यानी 'कर्मचारी भविष्य निधि' सरकार की तरफ से चलाई जाने वाली सामाजिक सुरक्षा योजना है. यह संगठित क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है. पीएफ में जमा पैसे पर ब्याज मिलता है और रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी एकमुश्त राशि के रूप में या पेंशन के रूप में प्राप्त कर सकता है. पीएफ में जमा पैसे का इस्तेमाल आप घर खरीदने या निर्माण के लिए लोन प्राप्त करने में कर सकते हैं. इसके अलावा पीएफ फंड का यूज बच्चों की एजुकेशन के लिए कर सकते हैं. पीएफ में जमा पैसे का उपयोग कुछ निश्चित परिस्थितियों जैसे घर की मरम्मत या शादी के लिए भी किया जा सकता है.