इकोनॉमिक ग्रोथ 6% से कम रहने का अनुमान, इन कारणों से Q3 में स्लो रहेगी ग्रोथ
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इकोनॉमिक ग्रोथ 6% से कम रहने का अनुमान, इन कारणों से Q3 में स्लो रहेगी ग्रोथ

Inian Economic Growth: तीसरी तिमाही में देश का आर्थिक ग्रोथ रेट (Economic growth rate) 6 फीसदी से कम रहने का अनुमान लगाया गया है. रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) का अनुमान है. 

इकोनॉमिक ग्रोथ 6% से कम रहने का अनुमान, इन कारणों से Q3 में स्लो रहेगी ग्रोथ

Indian Economic Growth in Q3: तीसरी तिमाही में देश का आर्थिक ग्रोथ रेट (Economic growth rate) 6 फीसदी से कम रहने का अनुमान लगाया गया है. रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी (अक्टूबर-दिसंबर) में आर्थिक वृद्धि दर घटकर छह प्रतिशत से नीचे आ जाएगी. बता दें खरीफ फसल उत्पादन में तीव्र गिरावट और रबी मौसम की कुछ फसलों की बुवाई की प्रगति का धीमा होना है. देश की जीडीपी वृद्धि दर जुलाई-सितंबर तिमाही में 7.6 प्रतिशत रही है. 

रेटिंग एजेंसी ने एक रिपोर्ट में कहा कि सालाना आधार पर इक्रा बिजनेस एक्टिविटी मॉनिटर में सालाना आधार पर वृद्धि दिसंबर, 2023 में लगातार दूसरे महीने कम होकर छह महीने के निचले स्तर 8.1 प्रतिशत पर आ गई है. दिसंबर, 2022 में यह 7.9 प्रतिशत और नवंबर, 2023 में 9.6 प्रतिशत थी. 

किन कारणों से कम हुई ग्रोथ?

रिपोर्ट के मुताबिक इसके लिए कई कारक जिम्मेदार हैं. इसमें त्योहारों के बाद गतिविधियों का कम होना, उत्तर भारत में सर्दियों के मौसम की शुरुआत के साथ बिजली और पेट्रोल की मांग में कमी के साथ प्रतिकूल तुलनात्मक आधार प्रभाव शामिल हैं. रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि अक्टूबर-नवंबर, 2023 में सरकार के पूंजीगत व्यय में सालाना आधार पर 8.8 प्रतिशत की कमी आई है. 

खरीफ फसल के उत्पादन में आई गिरावट

इसके साथ ही खरीफ फसल उत्पादन में तीव्र गिरावट तथा रबी मौसम की कुछ फसलों की बुवाई की प्रगति के धीमा होने से कृषि जीवीए (सकल मूल्य वर्धन) में बहुत कम वृद्धि का अनुमान है. इसको देखते हुए हमारा अनुमान है कि जीडीपी वृद्धि दर वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में घटकर छह प्रतिशत से नीचे रहेगी.

खरमास में लोग नहीं करते हैं शुभ काम

इसके अलावा दूसरी तिमाही में यह 7.6 प्रतिशत थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि दैनिक आधार पर औसतन वाहनों का पंजीकरण एक से 16 जनवरी, 2024 के बीच एक साल पहले की तुलना में 39.2 प्रतिशत अधिक रहा है. हालांकि, यह दिसंबर 2023 में प्रतिदिन 6,46,000 वाहन पंजीकरण के मुकाबले 1.8 प्रतिशत कम है. इसका कारण खरमास के महीना के साथ मौसमी भी है. 

खरमास महीने में लोग शुभ काम करने से बचते हैं. इसके अलावा, बिजली मांग में जनवरी में (15 जनवरी तक) में सालाना आधार पर 3.4 प्रतिशत की हल्की ग्रोथ हुई. दिसंबर, 2023 में यह 1.6 प्रतिशत थी. 

इनपुट - भाषा एजेंसी

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