G20: मोदी सरकार में अब टेलीकॉम सेक्टर पर आया बड़ा अपडेट, America में बजा भारत का डंका
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G20: मोदी सरकार में अब टेलीकॉम सेक्टर पर आया बड़ा अपडेट, America में बजा भारत का डंका

Telecom Sector: अमेरिका के रिप एंड रिप्लेस प्रोग्राम का फायदा अब भारत को मिलने वाला है. इसका असर ये होगा कि इससे भारत के एक्सपोर्ट में भी इजाफा देखने को मिलेगा. वहीं इसके बारे में अश्विनी वैष्णव ने अहम जानकारी भी दी है. आइए जानते हैं इसके बारे में...

G20: मोदी सरकार में अब टेलीकॉम सेक्टर पर आया बड़ा अपडेट, America में बजा भारत का डंका

America News: भारत लगातार विकास के पक्ष पर अग्रसर है. भारत की ओर से देश के विकास के साथ ही विश्व को भी विकास के नए तरीके बताए जा रहे हैं. हाल ही में देश में जी20 समिट का आयोजन किया गया था. जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत विश्व के कई बड़े नेताओं ने शिरकत की थी. इस दौरान दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव भारत के टेलीकॉम मार्केट को लेकर अहम जानकारी दी है. वहीं अब विश्व में भी भारत के टेलीकॉम सेक्टर की पहुंच और मजबूत होने की उम्मीद जताई जा रही है.

टेलीकॉम सेक्टर
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि जी20 के दौरान कई द्विपक्षीय वार्ता हुई. इस दौरान कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर पर भी हुआ. इस दौरान टेलीकॉम सेक्टर भी फोकस में रहा. टेलीकॉम के अंदर भारत की डिजाइन और मैन्युफैक्चर हुए इक्विपमेंट को अमेरिका के रिप एंड रिप्लेस प्रोग्राम में स्वीकृति मिली है. ऐसे में भारत को आने वाले वक्त में इसका फायदा मिल सकता है.

एक्सपोर्ट में हो सकता है इजाफा
उन्होंने बताया कि इससे भारत जैसे आज 6000 करोड़ रुपये के करीब एक्सपोर्ट कर रहा है और अब आने वाले वक्त में इसमें इजाफा देखने को मिल सकता है. वहीं भारत के टेलीकॉम उपकरण काफी अच्छी क्वालिटी के बने हैं, उनको अमेरिका जैसे बड़े मार्केट में जगह मिलेगी. इस तरह से कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए, जिससे नए अवसर सामने आएंगे.

रिप एंड रिप्लेस प्रोग्राम
अमेरिका का रिप एंड रिप्लेस प्रोग्राम है. इसे साल 2020 में अमेरिका में लागू किया गया था. इसके तहत कई अहम कदम उठाए गए और अमेरिकी कंपनियों की ओर से चीन की कंपनी Huawei और ZTE के जरिए बनाए  गए टेलीकॉम सेक्टर से जुड़े उपकरणों को अमेरिका के जरिए बनाए गए इंफ्रास्ट्रक्चर से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था. तब अमेरिका की ओर से आरोप लगाया गया था कि चीन की ओर से कमर्शियल सीक्रेट चुराए जा रहे हैं. वहीं अब इसका फायदा भारत को मिलने जा रहा है.

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