Adani Enterprises FPO: अडानी एफपीओ को लेकर दिखा निवेशकों में क्रेज, तीसरे दिन हुआ फुल सब्सक्राइब्ड
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Adani Enterprises FPO: अडानी एफपीओ को लेकर दिखा निवेशकों में क्रेज, तीसरे दिन हुआ फुल सब्सक्राइब्ड

Adani Enterprises Follow On Public Offer: अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (adani enterprises limited) की ओर से फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर जारी किया गया था जोकि तीसरे और आखिरी दिन पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया है. 

Adani Enterprises FPO: अडानी एफपीओ को लेकर दिखा निवेशकों में क्रेज, तीसरे दिन हुआ फुल सब्सक्राइब्ड

Gautam Adani FPO: अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (adani enterprises limited) की ओर से फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर जारी किया गया था जोकि तीसरे और आखिरी दिन पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया है. तीसरे दिन निवेशकों में अडानी एफपीओ के लेकर क्रेज देखने को मिला. तीसरे दिन एफपीओ को पहले और दूसरी दिन की तुलना में काफी बेहतर रिस्पांस मिला. इस इश्यू के तहत 4.55 करोड़ शेयरों की बिडिंग हो रही है, जिसमें से अब तक 4.62 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिल चुकी हैं. 

एंकर बुक भी पूरा भरा
एफपीओ के एंकर बुक की बात की जाए तो वह भी पूरी तरह से सब्सक्राइब्ड हो गया था. अडानी का एफपीओ 27 जनवरी से 31 जनवरी 2023 तक सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन हुआ था. एफपीओ के तहत कंपनी ने 3112 से 3276 रुपये प्रति शेयर प्राइस बैंड तय किया था. 

पहले दिन मिली थी सिर्फ 1 फीसदी बोलियां
आपको बता दें 20,000 करोड़ रुपये के इस एफफीओ को पहले दिन सिर्फ 1 फीसदी बोलियां मिली थी. वहीं, दूसरे दिन सिर्फ 3 फीसदी एफपीओ सब्सक्राइब्ड हुआ था. इसके साथ ही तीसरे दिन यह इश्यू पूरी तरह से भर गया. 

कहां होगा फंड का इस्तेमाल?
एफपीओ से मिले 20,000 करोड़ रुपये में से 10,869 करोड़ रुपये का इस्तेमाल हरित हाइड्रोजन परियोजनाओं, मौजूदा हवाई अड्डों के विकास और नए एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए किया जाएगा. इसके अलावा 4,165 करोड़ रुपये से हवाई अड्डों, सड़क और सौर परियोजना क्षेत्र की अनुषंगी कंपनियों द्वारा लिए गए कर्ज को चुकाया जाएगा.

क्या होता है एफपीओ?
FPO - फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर होता है. इसके जरिए कंपनियां पैसा जुटाती हैं. जो भी कंपनी पहले से स्टॉक मार्केट में लिस्टिड होती हैं वह कंपनियां निवेशकों के लिए नए शेयर्स जारी करती हैं. बता दें ये शेयर्स बाजार में मौजूद शेयरों से काफी अलग होते हैं. इसमें ज्यादातर स्टॉक प्रमोटर्स के जरिए जारी किए जाते हैं. 

5.5 लाख करोड़ रुपये कम हुआ मार्केट कैप
आपको बता दें हाल ही में आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की वजह से कंपनी के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. अडानी की कंपनियों के शेयर 20 फीसदी तक नीचे आ गए थे. इसके साथ ही कंपनी का मार्केट कैप 5.5 लाख करोड़ रुपये कम हो गया है. 

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