Car Insurance process: वाहन इंश्योरेंस लेते समय अगर आपको कुछ जरूरी बातों के बारे में नहीं पता होगा, तो आपको मोटी रकम चुकानी पड़ सकती है. यहां हम आपको कार इंश्योरेंस में इस्तेमाल होने वाले कुछ टर्म्स बारे में बता रहे हैं, जिनके बारे में आपको जरूर पता होना चाहिए.
Trending Photos
Car insurance tips india: जब भी हम कोई नई कार खरीदते हैं तो इसके साथ कार इंश्योरेंस लेना भी जरूरी होता है. वाहन कोई भी हो, उसके साथ इंश्योरेंस होना इसलिए जरूरी है कि वह वाहन चोरी होने की स्थिति में आपका ज्यादा नुकसान ना हो, सा ही एक्सीडेंट होने पर सामने वाली पार्टी को हर्जाना चुकाया जा सके. वाहन इंश्योरेंस आमतौर पर 1 से 3 साल के लिए होते हैं. इसके बाद इंश्योरेंस को रिन्यू कराना होता है. लेकिन वाहन इंश्योरेंस लेते समय अगर आपको कुछ जरूरी बातों के बारे में नहीं पता होगा तो आपको मोटी रकम चुकानी पड़ सकती है. यहां हम आपको कार इंश्योरेंस में इस्तेमाल होने वाले कुछ टर्म्स बारे में बता रहे हैं, जिनके बारे में आपको जरूर पता होना चाहिए.
1. IDV
आईडीबी का मतलब होता है इंश्योरेंस डिक्लेयर्ड वैल्यू. यानी, इंश्योरेंस कंपनी के मुताबिक आपकी कार की कीमत कितनी है. कार चोरी हो जाने या पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाने की स्थिति में इंश्योरेंस कंपनी इसी कीमत का भुगतान करती है. आईडीबी का सीधा असर आपके इंश्योरेंस प्रीमियम पर पड़ता है. यानी यह जितनी ज्यादा होगी इंश्योरेंस प्रीमियम भी उतना ज्यादा चुकाना होगा.
2. NCB
एनसीबी का मतलब- नो क्लेम बोनस है. कार इंश्योरेंस रिन्यू के समय पॉलिसीधारक को नो क्लेम बोनस दिया जाता है. यह लाभ सिर्फ उन ग्राहकों को मिलता है, जिन्होंने पॉलिसी के दौरान कोई क्लेम नहीं किया. आम भाषा में समझें तो पिछली बीमा पॉलिसी के दौरान अगर आप कोई क्लेम नहीं करते हैं तो बीमा कंपनी आपको अगली पॉलिसी में छूट देती है.
3. Zero Depreciation cover
इसे आम बोलचाल में जीरो डेप कहा जाता है. अगर आपने इंश्योरेंस के साथ जीरो डेप कवर लिया है, तो गाड़ी क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में इस ठीक कराने के लिए आपसे कोई चार्ज नहीं लिया जाता या न के बराबर लिया जाता है. जीरो डेप्रिसिएशन कवर नई कार या अधिकतम 3 साल पुरानी कार पर ही मिल सकता है.
ये स्टोरी आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर