Surya Gochar: कन्या राशि के जो लोग मार्केटिंग, सोशल मीडिया या फिर कंसल्टेशन के क्षेत्र में काम करते हैं, वह अपना बेहतर प्रदर्शन करते नजर आएंगे. युवाओं को सूर्यदेव का इस अवधि में विशेष आशीर्वाद प्राप्त होगा.
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Sun Transit 2022: ब्रह्मांड में सभी ग्रह अपनी अपनी कक्षा में घूमने के साथ ही राशियों में प्रवास करते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य के राशि परिवर्तन का विशेष महत्व होता है और यह परिवर्तन सभी 12 राशियों पर अलग-अलग प्रभाव डालता है. ग्रहों के राजा सूर्य हर महीने अपनी राशि परिवर्तित करते हैं और फिर वहां पर करीब एक माह तक रहते हैं. बीते एक माह से सूर्यदेव अपनी नीच राशि तुला में प्रवास कर रहे थे. अब सूर्यदेव 16 नवंबर को वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे. आइए जानते हैं सूर्य के वृश्चिक राशि में प्रवेश करने का कन्या राशि और लग्न के लोगों पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है.
युवाओं को सूर्यदेव का इस अवधि में विशेष आशीर्वाद प्राप्त होगा. सूर्यदेव युवाओं को साहस देंगे, जिससे वह जोखिम भरे काम भी आसानी से कर सकेंगे, इसके साथ ही सूर्यदेव युवाओं को अनुशासन में रहने की सीख देंगे. जिस तरह सूर्यदेव बिना रुके-थके या किसी गैप के रोज सुबह निकलते हैं और शाम को अस्त होते हैं, उसी तरह से युवाओं को भी अनुशासन में रहते हुए काम करना चाहिए.
प्रदर्शन
कन्या राशि के जो लोग मार्केटिंग, सोशल मीडिया या फिर कंसल्टेशन के क्षेत्र में काम करते हैं, वह अपना बेहतर प्रदर्शन करते नजर आएंगे. मार्केटिंग फील्ड के लोगों का टारगेट आसानी से पूरा हो जाएगा, जिससे वह प्रसन्न रहेंगे और उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा. एडवोकेट, चार्टर्ड एकाउंटेंट या फिर पीआर एजेंसी में काम करने वाले अपने क्लाइंट को संतुष्ट करने में कामयाब होंगे. मल्टीप्लेक्स कंपनियों में नौकरी करने वालों का जो प्रमोशन कुछ समय से रुका हुआ था और आप काफी आशान्वित भी थे, उनका रुका हुआ प्रमोशन सूर्य के वृश्चिक राशि में प्रवास के दौरान ही होने की संभावना है. कार्यक्षेत्र में आपके उच्च अधिकारी और बॉस आपके कार्य से प्रभावित रहेंगे.
पितरों की रहेगी कृपा
जो कारोबारी पैतृक व्यापार में लगे हैं, उन्हें अपने पिता अथवा परिवार में पिता से भी बड़े बाबा और परबाबा का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आशीर्वाद प्राप्त होगा और इस आशीर्वाद से कारोबार तेजी से तरक्की करता दिखेगा, इसलिए व्यापारियों को खासतौर पर अपने पितरों को प्रणाम करना चाहिए.
पिताजी का सम्मान करें और उनके साथ संबंधों को मजबूत करें. यदि आपके संबंध पिताजी के साथ कुछ बिगड़े हुए हैं तो उसमें तुरंत ही सुधार लाने का काम करें. उनके साथ क्वालिटी टाइम व्यतीत करने का प्रयास करें, उनके साथ बैठकर कुछ अपनी कहें और उनकी अधिक सुनें. इस अवधि में आपको पिता पक्ष के लोगों की खूब सेवा करनी चाहिए, ऐसा करना आपको उन्नति के मार्ग पर ले जाएगा. छोटे भाई- बहनों से विवाद न हो, इस ओर ध्यान रखें, आपके माध्यम से आपके भाई-बहन को लाभ मिलेगा.