Vakri Shani: शनि देव वक्री होने के बाद इस राशि के मेहनत करने वाले लोगों को अच्छे परिणाम देंगे. हालांकि, धीरे-धीरे काम करने की आदत है तो तत्काल उसको बदल दें और एक्टिव होकर तेजी के साथ अपना कार्य पूर्ण करें.
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Vakri Shani 2023: शनि देव 17 जून से वक्री चाल की पोजीशन में आ गए हैं, वह 4 नवंबर तक इसी स्थिति में रहेंगे. वृष राशि के लिए यह 140 दिन कैसे रहने वाले हैं, उन्हें कौन सी उपलब्धि मिलने वाली है और किस तरह के मामलों में उन्हें सतर्क रहना चाहिए, आइए इसे 10 प्वाइंट्स में समझें.
- शनि के वक्री होने के साथ ही आपका प्रोफेशनल नेटवर्क बढ़ेगा. अगर बहुत दिनों से अपने करियर को और अच्छा करने के लिए कुछ प्लान कर रहे थे तो अब उस प्लान को एक्टिवेट कर देने का समय आ गया है.
- वृष का अर्थ है बैल. जिन लोगों ने बैल की तरह खूब मेहनत की है, लेकिन परिणाम अभी तक नहीं मिला है, उनको अब शनि देव ब्याज समेत फल देंगे, लेकिन कठोर तपस्या करते रहें, परिणाम अच्छे प्राप्त होने वाले हैं.
- ऑफिस में कौन अपना है और कौन पराया है. कौन पीठ पीछे फीडबैक खराब कर रहा है और किन लोगों को आपकी उन्नति से ईर्ष्या हो रही है. शनि के वक्री होते ही छिपी हुई चीजें भी दिखाई देने लगेंगी, जो लोग पीठ पीछे हानि पहुंचा रहे थे, वह भी अब उजागर हो जाएंगे.
- प्रोफेशनल लोगों के साथ प्रोफेशनल तरीके से कार्य करना होगा. बहुत अधिक इमोशनल होकर कार्य करने से आपको हानि हो सकती है.
- सामाजिक क्षेत्र में कुछ लोगों की मदद करनी पड़ सकती है या बिना किसी स्वार्थ के कोई काम करना पड़ सकता है और मदद करनी पड़ सकती है. यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके इस काम को देखकर शनि देव बहुत प्रसन्न हो जाएंगे.
- बहुत तेजी के साथ आपको अपने कार्यों को करना होगा. यदि आपकी धीरे-धीरे काम करने की आदत है तो तत्काल उसको बदल दें और एक्टिव होकर तेजी के साथ अपना कार्य पूर्ण करें.
- ऑफिस में कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिनका यदि प्रमोशन न हो या किसी भी परिश्रम का तुरंत फल न मिले तो वह परेशान हो जाते है. ऐसे लोग संस्थान के या अपने उच्चाधिकारियों के विरोध में बोलने लगते हैं. ध्यान यह रखना है वृष राशि वालों को इस तरीके के स्वभाव से बहुत दूर रहना है. शनि देव आपकी परीक्षा ले सकते हैं और आपको उनकी परीक्षा में पास होते हुए बड़ा परिणाम प्राप्त करना होगा.
- कोई गलती दोबारा हो सकती है, जिसके कारण आपकी छवि पर बट्टा लग सकता है. आपको ध्यान रखना है कि सरल कार्य को करते समय गंभीरता के साथ करें. मन में ऐसा विचार आ सकता है कि यह कार्य तो बहुत सरल है. इसको हम आराम से कर लेंगे और उसी काम में आप चूक जाएंगे.
- पिता के साथ मतभेद न होने दें. उनके द्वारा दी गई सलाह आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी.
- हर समय आनंद और प्रसन्नता की अभिलाषा रखना व्यवहारिक नहीं है. छोटी-छोटी बातों को लेकर मूड ऑफ नहीं करना है.