शास्त्रों में कहा गया है कि मकर संक्रांति के दिन तिल का उबटन लगाकर स्नान करना चाहिए. इस दिन संभव हो तो उगते सूर्य को अर्घ्य दें. माना जाता है कि ऐसा करने से रोग, दोष और भय से छुटकारा मिलता है. साथ ही, सूर्य देव की कृपा से व्यक्ति को जीवन में सुखसमृद्धि की प्राप्ति होती है.
ज्योतिषीयों का कहना है कि मकर संक्रांति के शुभ दिन विधिविधान से पूजा-अर्चना करने के बाद हवन जरूर कराएं. इसके साथ ही हवन में तिल से आहुति अवश्य दें. ऐसा करने से दुर्भाग्य से छुटकारा मिल जाएगा और व्यक्ति को सौभाग्य की प्राप्ति होगी.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मकर संक्रांति पर तिल के उपाय से नदर दोष से बचा जा सकता है. साथ ही, अच्छे स्वास्थ्य को लेकर भी कई उपायों के बारे में बताया गया है बता दें कि किसी भी तरह की बुरी नजर और बेहतर स्वास्थ्य के लिए काले तिल लेकर अपने ऊपर से वार लें और जल में प्रवाहित कर दें.
मकर संक्रांति के दिन तिल और गुड़ से बने लड्डू खाना शुभ माना गया है. मान्यता है कि इस दिन तिल का सेवन करने से व्यक्ति को रोगों से छुटकारा मिलता है. साथ ही, सूर्य देव और भगवान विष्णु प्रसन्न होकर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.
मकर संक्रांति के शुभ दिन तिल का दान करना शुभ माना गया है. पौराणिक कथा के अनुसार मकर संक्रांति के दिन शनि देव ने अपने पिता सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए काले तिल का इस्तेमाल किया था. ऐसे में सूर्य देव ने प्रसन्न होते हुए कहा था कि मकर संक्रांति के दिन तिल का दान करने से व्यक्ति को शनि दोष से निजात मिलेगी. इसलिए आज के दिन तिल का दान करना शुभ माना गया है.
मकर संक्रांति के दिन पवित्र नदी में स्नान और दान का खास महत्व बताया गया है. अगर आप नदी में स्नान नहीं कर सकते, तो नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करने से लाभ होता है. इस दिन नहाते समय नहाने के पानी में थोड़े से तिल अवश्य मिला लें. ऐसा करने से व्यक्ति के ग्रह दोष दूर होते हैं और जीवन में आने वाली समस्याओं से छुटकारा मिलता है.
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