Chandra Grahan 2023 Sutak Kaal: साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने में अब बहुत कम दिन बाकी हैं. ऐसे में ये जान लेना जरूरी है कि इस चंद्र ग्रहण का सूतक काल मान्य होगा या नहीं.
Trending Photos
Lunar Eclipse 2023: चंद्र ग्रहण एक अहम खगोलीय घटना है लेकिन धर्म और ज्योतिष में भी इसे बहुत महत्व दिया गया है. हालांकि धर्म और ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण को अशुभ माना गया है. इसलिए ग्रहण काल में कुछ काम करने की मनाही होती है. 5 मई, शुक्रवार को साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. यह चंद्र ग्रहण 5 मई की रात 8 बजकर 46 मिनट से शुरू होगा और मध्यरात्रि के बाद 1 बजकर 2 मिनट पर समाप्त होगा. ग्रहण के कुछ समय पहले से ही सूतक काल शुरू हो जाता है, जिस दौरान मंदिर के पट बंद रखे जाते हैं. कुछ खाने-पीने की मनाही होती है. सूतक काल खत्म होने के बाद स्नान करके ही कुछ खाया-पिया जा सकता है.
मन पर असर डालता है चंद्र ग्रहण
ज्योतिष शास्त्र में चंद्र ग्रहण को विशेष महत्व दिया गया है क्योंकि चंद्रमा को मन का कारक माना गया है. ऐसे में जब चंद्र ग्रहण लगता है तो यह लोगों की मानसिक स्थिति पर बुरा असर डालता है. इसलिए चंद्र ग्रहण के दौरान शुभ काम करने, यात्रा करने, निर्णय लेने, नुकीली-धारदार चीजों का इस्तेमाल करने की मनाही की जाती है. यह समय तनाव बढ़ा सकता है, क्रोध बढ़ा सकता है.
चंद्र ग्रहण 2023 का सूतक काल
5 मई को लगने वाला चंद्र ग्रहण एक उपच्छाया चंद्रग्रहण होगा. यह चंद्रग्रहण लगभग 4 घंटे 15 मिनट की अवधि का होगा. लेकिन यह चंद्र ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा. लिहाजा इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. 5 मई का चंद्र ग्रहण एशिया, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण पूर्वी यूरोप के कुछ भागों में दिखाई देगा. वैसे तो चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है.
यह चंद्र ग्रहण तुला राशि और स्वाति और अनुराधा नक्षत्र में लग रहा है. इसका असर कुछ राशि वालों पर होगा. लिहाजा तुला राशि, स्वाति नक्षत्र और अनुराधा नक्षत्र में जन्मे लोग चंद्र ग्रहण के दौरान सावधान रहें. साथ ही कोई महत्वपूर्ण काम ना करें.
अपनी फ्री कुंडली पाने के लिए यहां क्लिक करें
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)