INS Sumitra: भारतीय नौसेना के युद्धपोस IANS ने समुद्री लुटेरों से ईरान और पाकिस्तान के 36 बंधकों को रिहा कराया है. इससे उसकी काफी तारीफ हो रही है. IANS ने अरब सागर में यह कारनामा अंजाम दिया.
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INS Sumitra: भारतीय नौसेना के युद्धपोत IANS सुमित्रा ने बड़ा काम किया है. इसने 24 घंटे के अंदर समुद्री लुटेरों से 36 बंधकों को छुड़ाया है. यह बंधक ईरान और पाकिस्तान के हैं. भारतीय नौसेना ने सोमालिया के पूर्वी तट पर मछली पकड़ने वाले जहाज का अपहरण होने के बाद 19 पाकिस्तानी नाविकों को बचाया. भारतीय नौसेना ने कहा कि 36 घंटे के भीतर भारतीय नौसेना युद्धपोत की तरफ से चलाया गया यह दूसरा समुद्री डकैती विरोधी अभियान था.
पहला मामला अरब सागर का है. ईरानी ध्वज वाले मछली पकड़ने वाले जहाज एफवी अल नईमी पर 11 सशस्त्र समुद्री डाकू सवार थे, जिन्होंने चालक दल के 19 पाकिस्तानी सदस्यों को बंधक बना लिया. भारतीय नौसेना के युद्धपोत ने मछली पकड़ने वाली नौका को रोक लिया और समुद्री डाकुओं से सभी 19 बंधकों को रिहा कराया.
#INSSumitra Carries out 2nd Successful #AntiPiracy Ops – Rescuing 19 Crew members & Vessel from Somali Pirates.
Having thwarted the Piracy attempt on FV Iman, the warship has carried out another successful anti-piracy ops off the East Coast of Somalia, rescuing Fishing Vessel Al… https://t.co/QZz9bCihaU pic.twitter.com/6AonHw51KX— SpokespersonNavy (@indiannavy) January 30, 2024
नौसेना ने एक बयान में कहा, "मामले पर फौरन रिएक्शन देते हुए सुमित्रा ने 29 जनवरी को एफवी (मछली पकड़ने वाली नौका) को रोक लिया और अपने संपर्क वाली नौकाओं की मदद से 19 पाकिस्तानियों को रिहा कराया और नाव को उनके चंगुल से छुड़ाया. बाद में नौसेना कर्मी नाव पर चढ़े और उसकी जांच की.
IANS सुमित्रा ने एक दूसरे ईरानी-झंडे वाले मछली पकड़ने वाले जहाज को भी बचाया. सोमाली समुद्री डाकुओं ने ईरान के जहाज को किडनैप किया था. जहाज के 17 ईरानी चालक दल के सदस्यों को भारतीय नौसेना ने बचा लिया.
IANS की तरफ की तरफ से जारी बयान के मुताबिक "आईएनएस सुमित्रा ने 36 घंटे से भी कम समय में कोच्चि के लगभग 850 एनएम पश्चिम में दक्षिणी अरब सागर में 36 चालक दल (17 ईरानी और 19 पाकिस्तानी) के साथ दो मछली पकड़ने वाले जहाजों को बचाया है.
आईएनएस सुमित्रा भारतीय नौसेना का स्वदेशी अपतटीय गश्ती जहाज है, जिसे सोमालिया के पूर्व और अदन की खाड़ी में समुद्री डकैती विरोधी और समुद्री सुरक्षा अभियानों के लिए तैनात किया गया है.