टीआरएस ने भाजपा से गुजराती भाषा में पूछा सवाल, भाजपा ने उर्दू में दिया जवाब
Advertisement

टीआरएस ने भाजपा से गुजराती भाषा में पूछा सवाल, भाजपा ने उर्दू में दिया जवाब

भाजपा और टीआरएस की जंग अब भाषाई स्तर पर शुरू हो गई है. टीआरएस ने पीएम नरेंद्र मोदी से गुजराती में सवाल पूछे हैं तो वहीं भाजपा ने टीआरएस को उर्दू में जवाब दिए हैं. 

Modi KCR

नई दिल्ली: दो दिन तक चले पोस्टर वार के बाद अब भाजपा और TRS की जंग भाषा पर पहुंच गई है. जहां एक तरफ तेलंगाना राष्ट्र समिति ने पीएम नरेंद्र मोदी से गुजराती में सवाल किया है तो वहीं AIMIM की करीबी टीआरएस को भाजपा ने ट्विटर पर तलंगाना के सीएम चन्द्रशेखर राव को उर्दू  में रिप्लाई किया है. हाल ही में दोनों पार्टियों ने दूसरे को तीखी क्रिया और प्रितिक्रिया दी है. लेकिन अब यह झगड़ा भाषाई सतह पर पहुंच गया है. 

टीआरएस ने ट्विटर पर सीएम केसीआर की तरफ से पीएम मोदी से गुजराती भाषा में कई सवाल पूछे हैं. यह सवाल गुजरात राज्य के बारे में हैं जो तंजिया लहजे में पूछे गए हैं. यह सवाल इस तरह से हैं मानो मोदी सरकार इन मुद्दों पर फेल हो गई हो. टीआरएस के ट्विटर अकाउंट से लिखा गया है कि "भारत अर्थव्यवस्था में चौथा सबसे बड़ा योगदानकर्ता है. प्रति व्यक्ति आय की उच्चतम वृद्धि दर. भारत में सबसे तेजी से बढ़ता आईटी क्षेत्र. किसानों को चौबीसों घंटे मुफ्त बिजली प्रदान करने वाला भारत का इकलौता राज्य है. 

टीआरएस ने लिखा कि "धान उत्पादन में अव्वल राज्य. दुनिया की सबसे बड़ी लिफ्ट सिंचाई परियोजना का घर. बिजली की प्रति व्यक्ति उपलब्धता में भारत की उच्चतम विकास दर. भारत सौर ऊर्जा का चौथा सबसे बड़ा उत्पादक है. स्वास्थ्य देखभाल में भारत का शीर्ष राज्य"

इसके जवाब में भाजपा ने लिखा है कि "सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था और शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है. महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं. तेलंगाना में हजारों किसानों ने आत्महत्या की है. दलितों ने 3 एकड़ जमीन का वादा पूरा नहीं किया और किसी दलित को उपमुख्यमंत्री नहीं बनाया गया. आदिवासियों को आज भी बंजर जमीन का इंतजार. पालमोरो का प्रवास नहीं रुका." 

भाजपा के ट्विटर अकाउंट से आगे लिखा गया कि "तेलंगाना राष्ट्रीय समिति के सदस्य और मंत्री बिना किसी डर के रिश्वतखोरी में लिप्त हैं. कालीशोरम परियोजना पानी केवल केसीआर फार्महाउस के लिए. जनता के पैसे का इस्तेमाल सिर्फ केसीआर और उनके राजकुमार को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है. तेलंगाना राज्य में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है. तेलंगाना बनने के बाद के विकास कार्यों को देखिए. इसलिए आप हर दिन झूठा प्रचार करते हैं, इसलिए आपका आईटी सेल ठीक से काम करता है."

Video:

Trending news