राजनीतिक लड़ाई में भतीजे ने चाचा को पछाड़ा; EC ने अजित पवार को सौंपी NCP की कमान
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राजनीतिक लड़ाई में भतीजे ने चाचा को पछाड़ा; EC ने अजित पवार को सौंपी NCP की कमान

Ajit Pawar: पूर्व सीएम शरद पवार को इलेक्शन कमीशन से बड़ा झटका लगा है. इलेक्शन कमीशन ने सूबे के डिप्टी सीएम अजित पवार के गुट को ही असली NCP करार दिया है. पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल करें. 

राजनीतिक लड़ाई में भतीजे ने चाचा को पछाड़ा; EC ने अजित पवार को सौंपी NCP की कमान

Ajit Pawar: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम शरद पवार को इलेक्शन कमीशन से बड़ा झटका लगा है. इलेक्शन कमीशन ने सूबे के डिप्टी सीएम अजित पवार के गुट को ही असली NCP करार दिया है. इलेक्शन कमीशन ने कहा, "डिप्टी सीएम अजित पवार गुट को NCP का नाम और चुनाव चिह्न इस्तेमाल करने का अधिकार है." चुनाव आयोग ने कहा कि तमाम सबूतों के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है. हालांकि इलेक्शन कमीशन ने शरद पवार को नई पार्टी के गठन के लिए 3 नाम देने को कहा है. ये नाम 7 फरवरी की शाम 4 बजे तक देने होंगे. 

ख्याल रहे कि 3 जुलाई 2023 में NCP दो खेमे में बंट गया था. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने अपने गुट के विधायकों साथ एकनाथ शिंदे की अगुआई वाली सरकार में शामिल हो गए थे. इसके बाद अजित पवार ने NCP पर अपना दावा ठोंक दिया था. यह मामला इलेक्शन कमीशन के दहलीज तक पहुंच गया. दोनों गुट ने इलेक्शन कमीशन के सामने अपनी-अपनी दलीलें पेश की थीं. 

6 महीने तक चली सुनवाई
6 महीने से ज्यादा वक्त तक चली 10 से अधिक सुनवाई के बाद इलेक्शन कमीशन ने एनसीपी में विवाद का निपटारा कर दिया है. इलेक्शन कमीशन ने अजित पवार के अगुआई वाली गुट के पक्ष में अपना फैसला सुनाया है. इलेक्शन कमीशन के मुताबिक, पूर्व सीएम शरद पवार खेमा वक्त पर बहुमत साबित नहीं कर सका, इसके चलते चीजें उनके पक्ष में नहीं गई हैं. 

INDIA गठबंधन के लिए बड़ा झटका
लोकसभा इलेक्शन बेहद नजदीक है. ऐसे में माना जा रहा है कि इलेक्शन कमीशन का फैसला INDIA गठबंधन के लिए बड़ा झटका है. क्योंकि शरद पवार का खेमा INDIA गठबंधन का एक अहम हिस्सा है. चूंकि शरद पवार महाराष्ट्र के चार बार के सीएम रह चुके हैं और महाराष्ट्र में उनकी अच्छी पकड़ है. इसके साथ ही उनको किसानों का नेता माना जाता है. इस वजह से महाराष्ट्र में उनका बेहद मजबूत जनाधार है. ऐसे में अब शरद पवार को नई पार्टी और नया सिंबल के साथ आम चुनाव में उतरना होगा. इससे पहले भी शिवसेना में दो फाड़ हो चुका है. इसी तरह इलेक्शन कमीशन ने एकनाथ शिंदे को असली शिवसेना करार दिया था. वहीं, पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की पार्टी का नाम शिवसेना (UTB) है. 

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