Maharashtra Kolhapur Masjid attack: महाराष्ट्र के कोल्हापुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया हैं. यहां भीड़ ने एक मस्जिद पर हमला कर दिया. तोड़फोड़ की और भगवा झंडा मस्जिद पर फहरा दिया.
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Maharashtra Kolhapur Masjid attack: महाराष्ट्र के कोल्हापुर से शर्मनाक करने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कई रिपोर्टों से पता चला है कि महाराष्ट्र के एक पूर्व सांसद के नेतृत्व में भीड़ ने राज्य के कोल्हापुर क्षेत्र में एक मस्जिद पर हमला किया और तोड़फोड़ की.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है . जिसमें भीड़ भगवा झंडा लेकर मस्जिग पर चढ़ी हुई है और हथोड़ों से मीनार तोड़ रही है. वहीं दूसरा शख्स भगवा झंडा लहरा रहा है. हिंदुत्ववादी भीड़ ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए, ‘संभाजी राजे छत्रपति अतिक्रमण हटाओ अभियान’ के दौरान गजपुर गांव में मस्जिद को तोड़ रही है.
असदुद्दीन ओवैसी ने इस मसले को लेकर बयान दिया है और कृत की निंदा की है. उन्होंने 6 दिसंबर यानी बाबरी मस्जिद के तोड़े जाने वाले दिन का जिक्र करते हुए देवेंद्र फडणवीसऔर सीएम एकनाथ शिंदे पर हमला बोला है.
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में मस्जिद को तोड़ने और तोड़फोड़ करने के दृश्य सामने आये हैं.
क्या हार के बाद ये सब करेंगे हिंदुत्व रक्षक??
लिखिए, रिपोस्ट कीजिये, पोस्ट कीजिये पर कोशिश जरूर कीजिये #AllEyesOnMosqueAttackpic.twitter.com/3JWO4McAQ5
— BITTU SHARMA- (@common000786) July 16, 2024
ओवैसी अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखते हैं," "6 दिसंबर जारी है" एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस, आपकी सरकार के तहत एक मस्जिद पर भीड़ के जरिए हमला किया जाता है, यह कानून के शासन पर हमला है लेकिन आपकी सरकार को इसकी चिंता नहीं है. महाराष्ट्र के मुसलमानों को बैलेट के माध्यम से जवाब देना चाहिए ताकि आपकी पार्टी एमआईएम के उम्मीदवार आगामी चुनावों में जीतें और भीड़ और उन्हें संरक्षण और समर्थन देने वाले राजनीतिक नेताओं और पार्टियों को रोका जा सके और उन पार्टियों की चुप्पी को याद रखें जो दावा कर रही हैं कि उन्होंने "नैतिक जीत" हासिल की है.
कथित हमला विशालगढ़ किले के आसपास चलाए जा रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान हुआ. पीटीआई के अनुसार, पुलिस ने सोमवार को बताया कि अभियान हिंसक हो गया, क्योंकि भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया और संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया. इस मामले में 500 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और 21 अन्य को गिरफ्तार किया गया है.