Protem Speaker: बीजेपी नेता भर्तृहरि महताब बतौर प्रोटेम स्पीकर का कर्तव्य लोकसभा अध्यक्ष चुनाव तक निभाएंगे. इस बीच, कांग्रेस ने इस पर अपनी आपत्ति दर्ज की है. कांग्रेस ने इसे संसदीय परंपरा के खिलाफ लिया गया फैसला कहा है.
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Protem Speaker: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 18वीं लोकसभा के लिए कटक के बीजेपी सांसद भर्तृहरि महताब प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है. बीजेपी नेता बतौर प्रोटेम स्पीकर का कर्तव्य लोकसभा अध्यक्ष चुनाव तक निभाएंगे. इस बीच, कांग्रेस ने इस पर अपनी आपत्ति दर्ज की है. कांग्रेस ने इसे संसदीय परंपरा के खिलाफ लिया गया फैसला कहा है. प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति की जानकारी गुरुवार शाम को केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने दी.
दरअसल, इस फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल ने कहा कि यह संसदीय मानदंडों को खत्म करने की एक और कोशिश है, जिसमें सात बार के सांसद भर्तृहरि महताब को कोडिकुन्निल सुरेश की जगह प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है.
उन्होंने कहा कि मवेलीकारा सीट से सांसद कोडिकुन्निल सुरेश अपने आठवें कार्यकाल में प्रवेश करेंगे. यह एक निर्विवाद मानदंड है कि स्पीकर के विधिवत चुनाव से पहले सबसे सीनियर सांसद सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता करता है.
कांग्रेस ने किए ये सवाल
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह हमारी पार्टी के लिए बहुत ही गर्व की बात है कि समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्ग के नेता सुरेश ने 8 बार सांसद रहने की यह उपलब्धि हासिल की है. सरकार को यह बताना चाहिए कि उसने सुरेश को नज़रअंदाज क्यों किया, वह कौन सा मामला था, जिसने उन्हें इस पद से अयोग्य ठहराया? क्या इस फैसले को प्रभावित करने वाले कुछ गहरे मुद्दे हैं, शायद सिर्फ योग्यता और वरिष्ठता से परे?
किरेन रिजिजू ने दी ये जानकारी
किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, "राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू द्वारा लोकसभा सांसद भर्तृहरि महताब को संविधान के अनुच्छेद 95(1) के तहत प्रोटेम स्पीकर के रूप में नियुक्त किया है. वे लोकसभा में अध्यक्ष के चुनाव तक अध्यक्ष के कर्तव्यों का पालन कर सकेंगे."
उन्होंने आगे कहा, "वहीं राष्ट्रपति ने संविधान के अनुच्छेद 99 के तहत लोकसभा सांसदो सुरेश कोडिकुन्निल, थलिक्कोट्टई राजुतेवर बालू, राधा मोहन सिंह, फग्गन सिंह कुलस्ते और सुदीप बंद्योपाध्याय को अध्यक्ष के चुनाव तक नवनिर्वाचित संसद सदस्यों की शपथ में प्रोटेम स्पीकर की मदद के लिए नियुक्त किया है." इसके बाद कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा है कि लोकसभा के सबसे सीनियर सदस्य को प्रोटेम स्पीकर के तौर पर नियुक्त किया जाता है.