Donald Trump Hamas: डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर हमास को धमकी दी है. उनका कहना है कि हमास ने अगर बंधकों को नहीं छोड़ा तो मिडिल ईस्ट में तबाही आ जाएगी,
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Donald Trump Hamas: राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को फिर से हमास को धमकी दी है. उन्होंने कहा है कि अगर शपथ ग्रहण दिवस तक हमास के जरिए बंधक बनाए गए लोगों को रिहा नहीं किया गया तो "मिडिल ईस्ट में तबाही मच जाएगी", उन्होंने फ्लोरिडा में अपने 'मार-ए-लागो' एस्टेट में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस धमकी को चार पर दोहराया.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "अगर वे मेरे पदभार ग्रहण करने तक वापस नहीं आते हैं, तो मिडिल ईस्ट में सब कुछ बर्बाद हो जाएगा, और यह हमास के लिए अच्छा नहीं होगा, और यह साफ तौर से किसी के लिए भी अच्छा नहीं होगा. सब कुछ बर्बाद हो जाएगा. मुझे और कुछ कहने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन यही है."
ट्रम्प ने इस बारे में डिटेल से नहीं बताया कि अगर उनके पदभार सभालने के वक्त समय तक बंधकों को रिहा नहीं किया गया तो वे क्या कदम उठा सकते हैं. इसके साथ ही उन्होंने इस बारे में डिटेल देने से इनकार कर दिया. अधिकारियों का कहना है कि 7 अक्टूबर, 2023 को पकड़े गए कुछ अमेरिकियों सहित लगभग 100 बंधक अभी भी गाजा पट्टी में बंदी हैं, हालांकि उनका मानना है कि उनमें से कई की कैद में ही मौत हो गई होगी.
ट्रंप ने रिपोर्टर्स से कहा, "उन्हें कभी भी उन्हें ले जाना नहीं चाहिए था. 7 अक्टूबर को हमला नहीं होना चाहिए था. लोग इसे भूल जाते हैं. लेकिन हमला हुआ और कई लोग मारे गए." बता दें, लगातार सीजफायर डील को लेकर बातचीत चल रही है. हमास चाहता है कि पूरी तरह से सीजफायर किया जाए. लेकिन, इजराइल इसके लिए तैयार नहीं है.
यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप के जरिए यह धमकी दी गई है. पिछले महीने ही उन्होंने कहा था कि मेरे पदभार संभालने तक एक्शन नहीं हुआ तो हमास के लिए अच्छा नहीं होगा. उन्होंने एक बार फिर इस बात को दोहराया है. हालांकि, ट्रंप ने एक बार भी मारे गए फिलिस्तीनियों के बारे में कोई बयान नहीं दिया है.
पिछले 15 महीनों में इजराइल ने गाजा पर लगातार हमले किए है. इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि इन हमलों में हमास को भारी नुकसान हुआ है. लेकिन, उससे कई गुना ज्यादा आम नागरिकों खास तौर पर औरतों और बच्चों को नुकसान हुआ है. 45 हजार की मौतों का आंकड़ा कोई छोटी बता नहीं है. लेकिन, अफसोस दुनिया की सुपरपावर इस मसले पर टिप्पणी करने से भी बच रही है.