गाजा हिंसा के बीच अमेरिका ने दिया बड़ा बयान; कहा, "फिलिस्तीन में नई इसराइली बस्तियां है अवैध"
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गाजा हिंसा के बीच अमेरिका ने दिया बड़ा बयान; कहा, "फिलिस्तीन में नई इसराइली बस्तियां है अवैध"

America on Gaza violence: गाजा हिंसा के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वेस्ट बैंक में नई इसराइली बस्तियां अवैध हैं और इंटरनेशनल कानून के खिलाफ है. 

गाजा हिंसा के बीच अमेरिका ने दिया बड़ा बयान; कहा, "फिलिस्तीन में नई इसराइली बस्तियां है अवैध"

America on Gaza violence: गाजा हिंसा के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वेस्ट बैंक में नई इसराइली बस्तियां अवैध हैं और इंटरनेशनल कानून के खिलाफ है. ब्लिंकन का यह बयान अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शासनकाल के दौरा अपनाए गए अमेरिकी रुख के उलट है. दरअसल, अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में विदेश मंत्री डायना मोनडिनो के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ब्लिंकन ने कहा कि बस्तियों के विस्तार की इसराइल की नई योजना से वह दुखी है. 

ब्लिंकन ने एक सवाल के जवाब में कहा, “हमने खबरें देखी हैं और मैं कहना चाहता हूं कि हम ऐलान से दुखी हैं. रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टियों के प्रशासन के दौरान लंबे वक्त से अमेरिका की नीति रही है कि नई बस्तियां स्थायी शांति के लिहाज से प्रतिकूल हैं.” उन्होंने कहा, “इसके अलावा ये इंटरनेशनल कानून के मुताबिक भी नहीं हैं. हमारा प्रशासन बस्तियों के विस्तार का कड़ा विरोध करता रहा है और हमें लगता है कि इससे इसराइल की सुरक्षा मजबूत नहीं बल्कि कमजोर होगी.”

इसराइली वित्त मंत्री बस्तियां बसाने का किया था इशारा
इससे एक दिन पहले इसराइल के धुर दक्षिणपंथी वित्त मंत्री बेलालेल स्मोटरिच ने बस्तियों में तीन हजार से ज्यादा मकान बनाने का इशारा दिया था. ब्लिंकन का यह बयान पूर्व विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो के रुख के ठीक उलट है. बाइडन प्रशासन का यह रुख पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इसराइल समर्थक नीतियों से भी अलग है.

अमेरिका-इसराइल के बीच इस वजह से बढ़ रहा है तनाव
ट्रंप प्रशासन के दौरान 2019 में तत्कालीन विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने दावा किया था कि वेस्ट बैंक में इसराइली नागरिक बस्तियां बसाया जाना इंटरनेशनल कानून के खिलाफ नहीं है. यह हालांकि स्पष्ट नहीं हो पाया है कि तीन साल से ज्यादा कार्यकाल होने पर ब्लिंकन ने पॉम्पियो के फैसले को पलटने के लिए यह वक्त क्यों चुना है. यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब गाजा में जारी जंग को लेकर अमेरिका-इसराइल के बीच तनाव बढ़ रहा है. इसके साथ ही यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र की अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में इसराइली कब्जे की वैधता को लेकर सुनवाई कर रहा है. 

गाजा पर नहीं होना चाहिए कब्जा
इसराइल-हमास जंग खत्म होने के बाद गाजा के भविष्य को लेकर इसराइल के पीएम बेंजमिन नेतन्याहू की योजना के बारे में पूछे जाने पर ब्लिंकन ने कहा, “गाजा पर इसराइल का दोबारा कब्जा नहीं होना चाहिए. गाजा का आकार कम नहीं किया जाना चाहिए. इसलिए, हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि जो भी योजना सामने आए वह निर्धारित सिद्धांतों के अनुरूप हो.”

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