World Sleep Day: अगर करवटों में गुजर जाती है आपकी रात; तो सुबह से ही शुरू कर दें ये उपाय
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World Sleep Day: अगर करवटों में गुजर जाती है आपकी रात; तो सुबह से ही शुरू कर दें ये उपाय

World Sleep Day: अक्सर लोग अच्छे आहार और व्यायाम के महत्व को स्वीकार करते हैं, लेकिन वे नींद के महत्व को अनदेखा कर देते हैं जिसके स्वास्थ्य पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं. आप बेहतर नींद को लेकर इन नियमों को पालन कर सकते हैं. 

अलामती तस्वीर

नई दिल्लीः आयुर्वेद नींद को जीवन का एक बेहद जरूरी हिस्सा मानता है. यह दुनिया के तमाम जानदार प्राणी की मूल प्रवृत्ति है. जीवन का सुख और दुख, पोषण, गैर-पोषण, बल और दुर्बलता, बल और प्राण, ज्ञान और अज्ञान, आयु और मृत्यु सब कुछ नींद पर निर्भर करता है. 

निद्रा को समझना जरूरी 
आयुर्वेद सेहतमंद जिंदगी के लिए आहार और ब्रह्मचर्य के साथ-साथ नींद को भी एक जरूरी स्तंभ मानता है. यानी अच्छी सेहत और तंदुरूस्ती के लिए नींद बेहद जरूरी है. यह मामूली बीमारियों और शरीर में होने वाले असंतुलन से लड़ने के लिए बुनियादी रोग प्रतिरोध क्षमता को मजबूत करता है. नींद का एक खास काम पाचक रस पैदा करना है. यह तनाव को कम करता है. इसलिए नींद की गुणवत्ता और मात्रा को संतुलित होने बेहद जरूरी है. अक्सर लोग अच्छे आहार और व्यायाम के महत्व को स्वीकार करते हैं, लेकिन वे नींद के महत्व को अनदेखा कर देते हैं जिसके स्वास्थ्य पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं.

बायीं करवट लेकर सोना बहुत फायदेमंद 
सीजीएच अर्थ वेलनेस के आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. सुभाष एस. मारकंडे कहते हैं, अच्छी नींद लेने के लिए नींद के उन तत्वों को अच्छी तरह से समझना जरूरी है, जिससे ये प्रभावित होती है. सांस लेने का सही पैटर्न, खर्राटे लेना, सोने की सही मुद्रा, शाम की दिनचर्या तय करना और अनुकूल शारीरिक वातावरण बनाना नींद के कुछ प्रमुख तत्व हैं. जैसे- अच्छी नींद लेने के लिए एक आदर्श स्थिति और आसन महत्वपूर्ण हैं. आयुर्वेद के मुताबिक, बायीं करवट लेकर सोना बहुत फायदेमंद होता है, क्योंकि यह परिसंचरण में सुधार करता है और पाचन और हृदय संबंधी कार्यों और विकारा में सुधार करता है. 

तेल मालिश से आएगी अच्छी नींद 
अच्छी नींद के लिए सांस लेने का सही तरीका भी जरूरी है. आयुर्वेद के मुताबिक, काम से थकान के बाद सोने से खर्राटे आते हैं. अगर कोई व्यक्ति नियमित रूप से खर्राटे ले रहा है तो इस बात का संकेत है कि उसे शारीरिक सेल की टूट-फूट की मरम्मत के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. इसका मुकाबला करने के लिए, आयुर्वेद ऐसे मुद्दों के समाधान के तौर पर तेल मालिश, पैरों की मालिश और नाक में औषधीय तेल की बूंदें डालने की सलाह देता है. 

आरामदायक बिस्तर 
अच्छी नींद के लिए एक आरामदायक बिस्तर और एक उपयुक्त तकिया भी जरूरी है. सोने की जगह हमेशा हवादार होनी चाहिए. सीधे पंखे या एयर कंडीशन के सामने नहीं सोना चाहिए. उत्तर की दिशा में सोना भी आपके नींद को प्रभिवत कर सकता है. इसलिए हमेशा उत्तर का रुख छोड़कर सोना चाहिए. 

डिजिटल डिटॉक्स 
एक अच्छी और स्वस्थ दिनचर्या का आपकी नींद की गुणवत्ता पर सीधा प्रभाव पड़ता है. रोजाना हल्का व्यायाम, हल्का भोजन, जल्दी रात का खाना, मधुर संगीत सुनना और डिजिटल डिटॉक्स के नियमों का पालन कर आप अच्छी दिनचर्या बना सकते हैं.

समय पर सोने और जागने की आदत 
दिमाग और शरीर को शांत करने के लिए सोने के लिए अनुकूल माहौल बनाना जरूरी हो गया है. ऐसा करने के लिए सोने के पहले अपने गैजेट्स को खुद से दूर कर दें. यह आपके तंत्रिका तंत्र के लिए बेहद हानिकारक हैं. सोने से पहले सुनिश्चित करें कि आपके आस-पास शांत, स्वच्छ और ताज़ी हवा आ सके. हर दिन लगभग एक ही समय पर सोने और जागने की आदत विकसित करें. 

अच्छी चीजों के लिए प्रकट करें आभार
सोने से पहले अपने जीवन की सभी अच्छी चीजों और उन सभी पलों का धीरे-धीरे जायजा लेते हुए कृतज्ञता का एहसास करें जिनके लिए आप आभारी हैं. 

Zee Salaam

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