Ayodhya में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का एक साल पूरा होने पर शिमला के राम मंदिर में किया गया कार्यक्रम
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Ayodhya में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का एक साल पूरा होने पर शिमला के राम मंदिर में किया गया कार्यक्रम

Shimla News: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, आज अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का एक साल पूरा हो गया है. इस खास अवसर पर शिमला के राम मंदिर में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. 

Ayodhya में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का एक साल पूरा होने पर शिमला के राम मंदिर में किया गया कार्यक्रम

समीक्षा कुमारी/शिमला: देश भर में आज उत्सव का माहौल है. पौष माह की शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा को एक साल का वक्त पूरा हो गया है. इस ऐतिहासिक मौके पर शिमला के राम मंदिर में भी बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ लगी हुई है. शिमला के राम मंदिर में सुबह के वक्त भगवान राम की विशेष पूजा-अर्चना हुई. 

सुबह पांच बजे ही मंदिर के कपाट खुल गए. इसके बाद से ही यहां भक्तों का दर्शन के लिए पहुंचने लगे. इसके बाद यहां 108 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया गया. राम मंदिर में भक्त सुंदरकांड का पाठ करते हुए भी नजर आए. मंदिर में भक्तों के लिए भंडारा भी लगाया गया है. राम मंदिर में दोपहर बाद भजन कीर्तन शुरू होगा. इसके लिए विशेष रूप से दो कीर्तन मंडली मंदिर में पहुंचकर भगवान राम का नाम जप करेंगी. 

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सूद सभा शिमला के अध्यक्ष राजीव सूद ने बताया कि सुबह से ही मंदिर में भक्तों का आना-जाना लगा हुआ है. भक्त इस ऐतिहासिक पल का अनुभव करने के लिए मंदिर आ रहे हैं. साल 2024 में जब राम लला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, तब हजारों भक्तों ने यहां पहुंचकर उत्सव मनाया था. आज उसी दिन को याद करने और पहली वर्षगांठ बनाने के लिए भक्ति मंदिर पहुंच रहे हैं. 

राजीव सूद ने कहा कि सूद सभा शिमला और अन्य सामाजिक संस्थाओं की ओर से राज्य सरकार को बीते साल एक प्रस्ताव दिया गया था. इस प्रस्ताव में भगवान हनुमान की 111 फीट ऊंची मूर्ति लगाने के लिए कहा गया था. सूद सभा शिमला को उम्मीद है कि राज्य सरकार इस बारे में सकारात्मक साथ विचार करेगी. राजीव सूद ने बताया कि अब भगवान राम की जाखू में जो मूर्ति स्थापित होनी है, उसकी ऊंचाई का प्रस्ताव 121 फीट का हो गया है. कांस्य से बनने वाली इस मूर्ति में 28 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. 

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उन्होंने कहा कि कांस्य लगातार महंगा भी हो रहा है. ऐसे में अगर इसमें देरी की जाएगी, तो आने वाले वक्त में लागत बढ़ती जाएगी. साल 2010 में जाखों में भगवान हनुमान की 108 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित की गई थी. इसके बाद से यहां आने वाले सैलानियों की भी संख्या बढ़ गई. अब उम्मीद की जा रही है कि अगर भगवान राम की 121 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित की जाती है, तो आने वाले वक्त में यहां धार्मिक पर्यटन को पंख लगेंगे.

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