नई दिल्ली: लॉस एंजेलिस के जंगलों में लगी आग बढ़ती ही जा रही है. अब दक्षिण कैलिफोर्निया तक यह आग पहुंच चुकी है. इसके रास्ते में आने वाली हर चीज को यह आग जलाकर राख कर रही है. इस आग पर काबू पाने के लिए अमेरिका ने अपने सैकड़ों हेलीकॉप्टर लगा दिए हैं, इसके बावजूद अमेरिका अपने प्रयासों में विफल होता जा रहा है. जंगल के बगल में समुद्र है जहां से हेलीकॉप्टर आग बुझाने के लिए पानी जुटा रहे हैं.
क्यों नहीं हो रही कृत्रिम बारिश
हालांकि, नाकामयाबी मिलने के बाद अब सवाल यह उठने लगा है कि आखिर अमेरिका कृत्रिम बारिश यानी क्लाउड सीडिंग के जरिए क्यों आग बुझाने की कोशिश नहीं कर रहा? वहीं, यदि इसी तरह आग बढ़ती रही तो इसका कितने खतरनाक परिणाम देखने को मिल सकते हैं?
कैसे होती ही क्लाउड सीडिंग
कृत्रिम बारिश करने के लिए केमिकल एजेंट तैयार किया जाता है. यानी ड्राई आइस, सिल्वर आयोडाइड और साधारण नमक की जरूरत पड़ती है. इसके बाद इन्हें बादलों में छोड़ा जाता है. हालांकि, बादल प्राकृतिक ही होने चाहिए. कृत्रिम बारिश के लिए उन जहाज की मदद से इस केमिकल एजेंट को उन बादलों में छोड़ा जाता है जहां बारिश की जरूरत होती है. यहां केमिकल एजेंट को हवा की विपरीत दिशा में बादलों में छोड़ दिया जाता है. फिर यह द्रव्यमान बढ़कर भारी बूंदों में बदलते हैं और बारिश होने लगती है.
इसलिए नहीं हो सकती कृत्रिम बारिश
दूसरी ओर दक्षिण कैलिफोर्निया में आग फैलने की वजह पर बात करें तो विशेषज्ञों का मानना है कि यहां तेज शुष्क हवा चलती है, जो आग में घी की तरह काम करती है. इस तरह की हवाएं दक्षिण कैलिफोर्निया में पूरे साल में औसतन 10 बार चलती हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि ये हवा की वजह से जमीन भी शुष्क होने लगती है. आग के कारण वातावरण ने बादलों को खत्म कर दिया है. ऐसे में बारिश के लिए वो बादल ही मौजूद नहीं है जिससे बारिश कराई जा सके.
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