नई दिल्ली: Petrol Diesel Price: देश में पिछले कई दिनों से Petrol-Diesel की कीमतों में कोई भी इजाफा देखने को नहीं मिला है. 21 मई के बाद से देश भर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई भी बढ़ोतरी नहीं हुई है. लेकिन आने वाले वक्त में देश में एक बार फिर से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा देखने को मिल सकता है.
इस वजह से बढ़ सकते हैं पेट्रोल डीजल के दाम
दरअसल लंबे वक्त से पेट्रोल और डीजल के दामों में स्थिरता की वजह से घरेलू पेट्रोलियम कंपनियों को बंपर नुकसान उठाना पड़ रहा है. कीमतों के बढ़ने से पहले पेट्रोलियम कंपनियां रोज ही पेट्रोल और डीजल की कीमतें जारी करती थीं. लेकिन 21 मई के बाद से देश भर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा देखने को नहीं मिला है. जिस वजह से सरकारी तेल कंपनियां अरबों के घाटे में जा रही हैं. इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन को लागत से कम दाम पर पेट्रोल-डीजल बेचने से चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 272.35 करोड़ रुपये का घाटा झेलना पड़ा है.
पेट्रोल कंपनियां कर चुकी हैं दाम बढ़ाने की सिफारिश
बता दें कि इससे पहले जून में पेट्रोलियम कंपनियां सरकार से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा करने की डिमांड कर चुकी हैं. दरअसल जून में कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त इजाफे के चलते पेट्रोलियम कंपनियों ने सरकार को चिट्ठी लिखते हुए तेल के दाम में इजाफा करने की मांग की थी. बता दें कि पिछले साल भी दिवाली बितने के बाद तेल की कीमतों में इजाफा देखने को मिला था.
जून में क्या डिमांड की थी तेल कंपनियों ने
फेडरेशन ऑफ इंडियन पेट्रोलियम इंडस्ट्री (FIPI) ने 10 जून को पेट्रोलियम मंत्रालय को लिखे पत्र में लिखा था कि पेट्रोल और डीजल की बिक्री पर नुकसान से खुदरा कारोबार में निवेश सिमट जाएगा. बता दें कि फेडरेशन ऑफ इंडियन पेट्रोलियम इंडस्ट्री के सदस्यों में निजी क्षेत्र की कंपनियों के अलावा इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (HPCL) जैसी तेल कंपनियों के नाम शामिल थे.
यह भी पढ़ें: Google ने ग्रुप चैट के लिए शुरू किया एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन टेस्ट, सेफ रहेगी यूजर्स की बातचीत
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.