नई दिल्ली: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने और केंद्र पर झूठ फैलाने का आरोप लगाने के एक दिन बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को दावा किया कि ‘कांग्रेस का डीएनए ही पाकिस्तान परस्ती’ का है. चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सशस्त्र बलों का मनोबल गिराने का ‘पाप’ कर रहे हैं.
दिग्विजय सिंह के बयान पर खड़ा हुआ राजनीतिक विवाद
जम्मू-कश्मीर में सोमवार को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाया था. उन्होंने कहा था कि सरकार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कर्मियों को श्रीनगर से दिल्ली हवाई मार्ग से लाने के उसके (सीआरपीएफ के) अनुरोध पर सहमत नहीं हुई और पुलवामा में वर्ष 2019 में एक आतंकी हमले में 40 सुरक्षाकर्मियों को अपना बलिदान देना पड़ा.
सिंह की टिप्पणियों से राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया, लेकिन कांग्रेस ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि ये उनके अपने निजी विचार हैं और पार्टी के रुख को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं. चौहान ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस का डीएनए ही पाकिस्तान परस्ती का है. कभी सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगते हैं. कभी राम सेतु के सबूत मांगते हैं, तो कभी इस बात का सबूत मांगते हैं कि राम मंदिर और भगवान राम का अस्तित्व था या नहीं.’’
'सेना का मनोबल गिराने का काम कर रहे दिग्विजय'- शिवराज
चौहान ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ यात्रा में चलते हुए सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगा. भाजपा नेता ने कहा कि दिग्विजय सिंह फिर सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे हैं, लेकिन वे ऐसा करके सेना का मनोबल गिराने का पाप वो कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान के साथ खड़े हैं और वह यही दिखा रहे हैं.
दिग्विजय सिंह की टिप्पणी पर राहुल गांधी से जवाब मांगते हुए चौहान ने कहा, ‘‘मैं तो श्री राहुल गांधी से यह जवाब मांगता हूं कि ये कैसी भारत जोड़ो यात्रा है. टुकड़े-टुकड़े गैंग आपके साथ चल रहा है. सेना का मनोबल गिराया जा रहा है और राहुल गांधी भी सवाल उठा रहे हैं कि ‘सेना कमजोर’ होगी. ये देशभक्ति नहीं है.’’ चौहान ने दावा किया कि जब दिग्विजय सिंह राज्य के मुख्यमंत्री थे तब मध्य प्रदेश प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) का ‘गढ़’ था.
उन्होंने कहा कि सेना का मनोबल गिराने का पाप और अपराध तो कम से कम कांग्रेस ना करे. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सोमवार को अपने संबोधन में कहा था कि, ‘‘वे सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं, वे कई लोगों को मारने की बात करते हैं, लेकिन कोई सबूत नहीं दिया. वे झूठ के पुलिंदों के सहारे शासन कर रहे हैं.’’
दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर उठाए ये सवाल
इसके बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह द्वारा व्यक्त किये गये विचार उनके निजी विचार हैं और कांग्रेस के रुख को प्रदर्शित नहीं करते हैं.’’ रमेश ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार द्वारा वर्ष 2014 से पहले सर्जिकल स्ट्राइक की गई थीं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्र हित में की जाने वाली सभी सैन्य कार्रवाई का समर्थन किया है और करती रहेगी. हालांकि, सिंह ने अपना प्रहार जारी रखा और एक ट्वीट में सवाल किये कि पुलवामा हमले में आतंकवादियों के पास 300 किलोग्राम आरडीएक्स (विस्फोटक) कहां से आया. यह भी पूछा कि डीएसपी देविंदर सिंह आतंकवादियों के साथ पकड़ा गया, तो उसे फिर क्यों छोड़ दिया गया.
दिग्विजय सिंह के बयान को लेकर क्या बोले राहुल गांधी?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि वह और उनकी पार्टी ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ पर दिग्विजय सिंह के बयान से सहमत नहीं हैं और सशस्त्र बलों को कोई सबूत दिखाने की जरूरत नहीं है. सिंह ने सोमवार को ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ पर सवाल उठाया था और सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया था. गांधी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं दिग्विजय सिंह के बयान से सहमत नहीं हूं. यह पूरी तरह स्पष्ट है कि हम इससे असहमत हैं. यह कांग्रेस का आधिकारिक रुख है." उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें (सशस्त्र बलों को) कोई सबूत देने की जरूरत नहीं है.’’
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