Ranji Trophy: अर्जुन तेंदुलकर ने शतक ठोक रचा इतिहास तो इस बॉलर ने डेब्यू मैच में 9 विकेट झटक बनाए कई रिकॉर्ड, देखें आंकड़े

Ranji Trophy 2022-23: भारत की सबसे बड़ी घरेलू फर्स्ट क्लास क्रिकेट ट्रॉफी रणजी 2022-23 में युवा प्लेयर्स लगातार अपने टैलेंट से लोगों को हैरान करते हुए कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम कर रहे हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 16, 2022, 07:40 AM IST
  • सचिन की तरह अर्जुन ने भी गोवा के लिये डेब्यू मैच में जड़ा शतक
  • डेब्यू मैच में 9 विकेट लेकर फेईरोजाम सिंह ने रचा इतिहास
Ranji Trophy: अर्जुन तेंदुलकर ने शतक ठोक रचा इतिहास तो इस बॉलर ने डेब्यू मैच में 9 विकेट झटक बनाए कई रिकॉर्ड, देखें आंकड़े

Ranji Trophy 2022-23: भारत की सबसे बड़ी घरेलू फर्स्ट क्लास क्रिकेट ट्रॉफी रणजी 2022-23 का आगाज हो गया है जिसके पहले मैच में सभी टीमें भिड़ी हुई हैं. इस दौरान फैन्स को युवा खिलाड़ियों के बल्ले और गेंदबाजी का शानदार प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. खिलाड़ी न सिर्फ अपने प्रदर्शन से टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं बल्कि कुछ खिलाड़ी नये-नये कीर्तिमान भी रच रहे हैं.

इस फेहरिस्त में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बेटे सचिन तेंदुलकर का भी नाम है जिन्होंने गोवा की ओर से खेलते हुए इस सीजन अपना पहला फर्स्ट क्लास शतक लगाया तो वहीं पर मणिपुर के फेईरोजाम सिंह ने डेब्यू मैच में 9 विकेट लेकर इतिहास रच दिया. आइये एक नजर सभी खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर डालें-

सचिन की तरह अर्जुन ने भी गोवा के लिये डेब्यू मैच में जड़ा शतक 

अपने पिता महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का अनुकरण करते हुए अर्जुन (120 रन) ने यहां गोवा के रणजी ट्राफी ग्रुप सी मैच के दूसरे दिन राजस्थान के खिलाफ प्रथम श्रेणी पदार्पण में शतक जड़ दिया. सचिन तेंदुलकर ने 34 साल पहले 15 साल की उम्र में वानखेड़े स्टेडियम में गुजरात के खिलाफ नाबाद 100 रन बनाकर महान क्रिकेटर बनने की यात्रा का सफर शुरू किया था. 

दिवंगत लाला अमरनाथ और उनके तीन में से एक बेटे सुरिंदर ने अपने टेस्ट पदार्पण में शतक जड़े थे जिससे वे खेल के इस 145 साल के पारंपरिक अंतरराष्ट्रीय प्रारूप में यह उपलब्धि हासिल करने वाले पिता-पुत्र की पहली जोड़ी बने थे. खेलने के ज्यादा मौकों की वजह से जूनियर तेंदुलकर ने इस सत्र के शुरू में मुंबई छोड़कर गोवा से खेलने का फैसला किया. सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए अर्जुन ने छठे विकेट के लिये 221 रन की साझेदारी निभाकर टीम को स्टंप तक आठ विकेट पर 493 रन के स्कोर तक पहुंचाया. 

अर्जुन ने पहले ही मैच में नाम किये कई रिकॉर्ड

बायें हाथ के मध्यम गेंदबाज अर्जुन शुरूआती दिन निचले स्थान पर बल्लेबाजी करने उतरे तब टीम का स्कोर पांच विकेट पर 201 रन था. उन्होंने सतर्क शुरूआत की और पहले दिन 12 गेंद में चार रन बनाकर नाबाद रहे, जिसमें उनके साथ प्रभुदेसाई (81 रन) थे. पर उन्होंने अनीकेत चौधरी और कमलेश नागरकोटी जैसे अनुभवी गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ 86 गेंद में अपना पहला अर्धशतक बनाया. फिर अर्जुन ने 177 गेंद में शतक जड़कर अपने पिता का अनुकरण किया जिनके नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वकालिक सर्वाधिक रन जुटाने का रिकॉर्ड है. 

अर्जुन ने लिस्ट ए के आठ मैचों में आठ विकेट झटके हैं. सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में उन्होंने गोवा के लिये तीन टी20 मैचों में चार विकेट झटके थे. अर्जुन ने भारतीय अंडर-19 टीम में भी जगह बनायी थी और उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस ने खरीदा था. लेकिन वह टीम के लिये एक भी आईपीएल मैच नहीं खेले.

डेब्यू मैच में 9 विकेट लेकर फेईरोजाम सिंह ने रचा इतिहास

मणिपुर के 16 साल के फेईरोजाम सिंह यहां सिक्किम के खिलाफ रणजी ट्राफी प्लेट ग्रुप मैच में प्रथम श्रेणी पदार्पण में नौ विकेट चटकाने वाले चौथे भारतीय गेंदबाज बने. इस युवा मध्यम गति के गेंदबाज ने 22 ओवर में पांच मेडन से 69 रन देकर नौ विकेट हासिल किये जिससे वह वसंत रंजाने (35 रन देकर नौ विकेट, 1956-57), अमरजीत सिंह (45 रन देकर नौ विकेट, 1971-72) और संजय यादव (52 रन देकर नौ विकेट, 2019-20) जैसे खिलाड़ियों की एलीट सूची में शामिल हो गये जिन्होंने प्रथम श्रेणी पदार्पण में नौ विकेट चटकाये थे. 

ऐसा करने वाले पहले भारतीय बनने की कगार पर थे फेईरोजाम

मणिपुर ने सिक्किम को 220 रन पर समेट दिया. यह प्रथम श्रेणी क्रिकेट इतिहास में किसी भारतीय खिलाड़ी का 10वां सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है और पदार्पण में चौथा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. सिक्किम ने बीती रात के बिना विकेट पर 58 रन के स्कोर से खेलना शुरू किया और फेईरोजाम ने विकेट चटकाने का सिलसिला शुरू किया जिससे वह एक समय प्रथम श्रेणी पदार्पण में सभी 10 विकेट हासिल करने वाले पहले भारतीय बनने की उपलब्धि हासिल करने के करीब पहुंच गये थे. लेकिन रेक्स राजकुमार ने अन्वेश शर्मा (39 रन) को आउट कर सिक्किम की पारी 73.1 ओवर में खत्म की. हालांकि इसमें भी फेईरोजाम ने कैच लेकर अहम भूमिका अदा की. 

अगर 10 विकेट लेते तो रच देते इतिहास

इंग्लैंड के एलबर्ट मॉस और फिट्ज हिंड्स क्रिकेट इतिहास में दो गेंदबाज हैं जो प्रथम श्रेणी पदार्पण में एक पारी में सभी 10 विकेट चटकाने में सफल रहे हैं. सिक्किम ने हालांकि पहली पारी की बढ़त हासिल की और स्टंप तक मणिपुर के दूसरी पारी में 59 रन पर चार विकेट झटक लिये थे. मणिपुर की टीम पहली पारी में 186 रन ही बना सकी थी. पटना में एक अन्य मैच में अरूणाचल प्रदेश के पहली पारी में 212 रन के जवाब में बिहार ने स्टंप तक चार विकेट पर 367 रन बनाकर बढ़त हासिल की. नाडियाड में मिजोरम ने मेघालय के खिलाफ दूसरी पारी तीन विकेट गंवाकर 37 रन बना लिये. मेघालय की टीम पहली पारी में 171 रन पर सिमट गयी. मिजोरम ने पहली पारी में 252 रन बनाये थे. 

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