Krishna Radha Love Story: भगवान कृष्णा और राधा के प्रेम की मिसाल दी जाती है. कृष्णा और राधा ने एक दूसरे से प्यार किया लेकिन शादी क्यों नहीं की है. आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण.
Krishna Radha Love Story: देशभर में 26 अगस्त को कृष्णा जन्माष्टमी मनाई जाएगी. जन्माष्टमी का त्योहार देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है. जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है. जन्माष्टमी के दिन जानते हैं भगवान कृष्णा और राधा ने एक दूसरे से प्यार किया लेकिन शादी क्यों नहीं की थी?
श्रीकृष्ण और राधा के प्रेम की मिसाल दी जाती थी. राधा-कृष्ण का प्रेम जीवात्मा और परमात्मा का मिलन कहा जाता है. सदियों से राधा-कृष्ण की प्रेम कहानी चलती आ रही है, लेकिन जब हम राधा-श्रीकृष्ण के प्यार की कहानी सुनते हैं तो यही सवाल आता है कि श्रीकृष्ण ने राधा से विवाह क्यों नहीं किया? इसके पीछे कई कहानियां है.
राधा और कृष्ण 10 साल की उम्र में मिले थे. उसके बाद वह कभी वृंदावन लौटे नहीं है, इसके अलावा यह भी जिक्र नहीं है कि राधा ने कभी द्वारका की यात्रा की हो. दक्षिण भारत के प्राचीन ग्रन्थों में भी इसका उल्लेख नहीं मिलता है.
एक प्रचलित व्याख्या के अनुसार राधा ने एक बार श्रीकृष्ण से पूछा कि उनसे विवाह क्यों नहीं करना चाहते हैं? तो भगवान श्रीकृष्ण ने राधा ने बताया है कि कोई अपनी आत्मा से विवाह कैसे कर सकता है? श्रीकृष्ण का आशय था वह और राधा एक ही है. उनका अस्तित्व अलग-अलग नहीं हो सकता है.
माना जाता है कि राधा और श्रीकृष्ण का बचपन का प्यार थीं. जब श्रीकृष्ण 8 साल के थे उस समय दोनों ने प्रेम की अनुभूति की. इसके बाद दोनों पूरी जिंदगी नहीं मिले. राधा श्रीकृष्ण के दैवीय गुण को जानती थी, उन्होंने जीवनभर मन में प्रेम की स्मृतियों को बनाए रखा था.
ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार पृथ्वी पर आने से पहले राधा ने एक बार कृष्ण की सेविका श्रीदामा से बहस हो गई थी. राधारानी क्रोधित हो गईं और श्रीदामा को राक्षस के रूप में पैदा होने पर श्राप दे दिया. वहीं श्रीदामा ने राधा को श्राप दिया कि वह एक मानव के रूप में जन्म लेंगी और अपने प्रियतम से 100 साल के लिए बिछड़ जाएंगी.
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