हाल ही में जाह्नवी कपूर का व्हाइट साड़ी में करवाया गया फोटोशूट सुर्खियों में छाया हुआ है. पानी से भीगा बदन और उस पर साड़ी का पल्लू जाह्नवी के अलावा इस अंदाज में पहले भी कई बॉलीवुड की हसीनाएं नजर आई हैं.
जाह्नवी कपूर ने व्हाइट साड़ी क्या पहनी लोगों के तो होश ही उड़ गए. वो पानी में उतरीं किसी हंसिनी की तरह लग रही थीं. उनकी अदा और आंखें जैसे अपने आप में कहानी कह रही हों. जाह्नवी को देख उनसे पहले व्हाइट साड़ी को पहनने वाली कुछ एक्ट्रेसेस की याद आती है.
'लीला' सनी लियोनी के करियर की एक ऐसी फिल्म थी जिसने ये साबित किया कि सनी को इंडियन किरदारों में भी डाला जा सकता है. ऐसे में फिल्म में मंदिर के बाहर बाल सूखाती लीला आज भी लोगों के जहन में ताजा है. फिल्म के रिलीज होने के बाद सनी की जमकर तारीफ की गई.
श्वेता तिवारी को जब भी देखते हैं तो लगता है कि मानो समय ठहर सा गया है. ऐसा ही कुछ 'बिन बुलाए बराती' फिल्म में भी देखने को मिला जब तालाब के पास मस्त अंदाज में श्वेता तिवारी ने एक से बढ़करएक बोल्ड पोज दिए. भीगे बाल और भीगी साड़ी पर्दे पर आग लगाने के लिए काफी थे.
1990 के दशक में 'किशन कन्हैया' फिल्म आई. फिल्म से ज्यादा चर्चा में शिल्पा शिरोडकर रहीं. जिनकी साड़ी और साड़ी में लटके झटकों को लोग 'सत्यम शिवम सुंदरम' की कॉपी कहने लगे. खैर शिल्पा का करियर इस साड़ी केबाद भी ज्यादा हिट नहीं रहा और जल्दी ही बॉलीवुड से विदा हो गई.
'राम तेरी गंगा मैली' ने समाज में कंटेट को लेकर एक नई क्रांति लाई. इसी क्रांति की देन था मंदाकिनी का झरने के पास डांस. सफेद साड़ी में लिपटी हुईं मंदाकिनी उस समय किसी अप्सरा से कम नहीं दिख रही थीं. ऐसा लग रहा था जैसे साक्षात देवी धरती पर उतर आई हों.
'सत्यम शिवम सुंदरम' में जीनत अमान ने सारे समाज की रुढ़ियों को तोड़कर एक बोल्ड अवतार दिखाया था. जीनत ने एक सफेद रंग की साड़ी पहनी थी और हाथ में मटका लिए झरने के नीचे मानो पानी में ही आग लगा दी. 'भोर भए पनघट में' आज भी लोगों की यादों में अमर है.