Ashwin: भारत-बांग्लादेश के बीच पहले टेस्ट के हीरो रविचंद्रन अश्विन ने खुलासा किया कि वह जूनियर दिनों में हरभजन सिंह के एक्शन की कॉपी करते थे.
Ashwin: भारत के दिग्गज स्पिनर अश्विन जूनियर आयु वर्ग में हरभजन सिंह के एक्शन की कॉपी किया करते थे. इसका खुलासा खुद उन्होंने किया.
अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने बताया कि कैसे वह पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह से प्रेरित थे और अपने जूनियर दिनों में उनके गेंदबाजी एक्शन की नकल करते थे. उन्होंने स्वीकार किया कि जब वह हरभजन के रिप्लेसमेंट के रूप में भारतीय टेस्ट टीम में आए तो लोगों को संदेह था कि क्या वह इतना भारी भार उठा पाएंगे और उनकी जगह ले पाएंगे.
38 साल के अश्विन ने रविवार को चेपॉक में बांग्लादेश के खिलाफ अपने हरफनमौला प्रदर्शन से भारत को 1-0 की बढ़त दिलाने में मदद की. टेस्ट के पहले दिन शतक जड़ने के बाद अश्विन ने बांग्लादेश की दूसरी पारी में छह विकेट चटकाए और अपनी टीम को मेहमान टीम के खिलाफ 280 रनों की विशाल जीत दिलाई.
अश्विन ने जियोसिनेमा पर कहा, 'मेरे लिए यह बहुत बड़ी चुनौती थी. मैं जूनियर आयु वर्ग में उनके (हरभजन सिंह) के एक्शन को दोहराता था और गेंदबाजी करता था, इसलिए वे मेरे लिए बहुत बड़ी प्रेरणा थे. जब मैं उनकी जगह टीम में आया, तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि हम दोनों एक ही समय में एक साथ खेलेंगे, लेकिन ऐसा हुआ.'
अश्विन ने कहा कि इस बात को लेकर हमेशा संदेह रहता था कि मैं लाल गेंद वाले क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर पाऊंगा या नहीं, क्योंकि मैं आईपीएल से आया था, जिसने लोगों की धारणा को आकार दिया, लेकिन टेस्ट क्रिकेट एक ऐसा प्रारूप है जिसे मैं पसंद करता हूं और मैं हर दिन इसमें सुधार करना चाहता हूं. इस दौरान कई लोगों ने मेरी मदद की और मैं आज यहां खड़े होकर बहुत खुश हूं.
अश्विन ने इस टेस्ट में 750 अंतरराष्ट्रीय विकेटों का आंकड़ा छुआ. वह मुथैया मुरलीधरन, शेन वॉर्न और अनिल कुंबले के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले चौथे स्पिनर बन गए हैं. यह अश्विन का एक पारी में 37वां टेस्ट पांच विकेट हॉल भी था, जिससे वह शेन वॉर्न (37) के साथ इस सूची में दूसरे स्थान पर और मुथैया मुरलीधरन (67) से पीछे हो गए.