कितनी खतरनाक हैं होवित्जर तोपें जिन्हें खरीद रही भारतीय सेना, मार्च तक फाइनल हो जाएगी 8 हजार करोड़ की डील

Indian Army Howitzer Guns Deal: ATAGS एक अत्याधुनिक 155 मिमी/52 कैलिबर होवित्जर है जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने भारत फोर्ज और टाटा समूह के सहयोग से स्वदेशी रूप से विकसित किया है.

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Jan 15, 2025, 03:02 PM IST
  • रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने विकसित की
  • जनरल द्विवेदी ने कहा- मार्च तक सौदा संभव
कितनी खतरनाक हैं होवित्जर तोपें जिन्हें खरीद रही भारतीय सेना, मार्च तक फाइनल हो जाएगी 8 हजार करोड़ की डील

Howitzer Guns for Indian Army: भारतीय सेना 307 एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS) होवित्जर की खरीद के साथ अपनी मारक क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि करने के लिए तैयार है. सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सेना दिवस से पहले अपनी वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस विकास की पुष्टि करते हुए कहा कि 8,000 करोड़ रुपये का यह सौदा मार्च 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है.

जनरल द्विवेदी ने घोषणा की, 'अगर सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो हमारा लक्ष्य इस वित्तीय वर्ष के अंत से पहले ATAGS अनुबंध पर हस्ताक्षर करना है.' यह खरीद भारतीय सेना के तोपखाने के आधुनिकीकरण प्रयासों और स्वदेशी रक्षा उत्पादन के प्रति इसकी प्रतिबद्धता में एक बड़ा कदम है.

ATAGS हॉवित्जर की पावर क्या है?
ATAGS एक अत्याधुनिक 155 मिमी/52 कैलिबर होवित्जर है जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने भारत फोर्ज और टाटा समूह के सहयोग से स्वदेशी रूप से विकसित किया है. भारत फोर्ज सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी है और रक्षा मंत्रालय (MoD) के साथ बातचीत अभी चल रही है.

किसको किस हिसाब से टेंडर मिलेगा?
रक्षा मंत्रालय की खरीद योजना के तहत, अनुबंध का 60% हिस्सा भारत फोर्ज को दिए जाने की उम्मीद है, जबकि शेष 40% हिस्सा टाटा समूह को मिल सकता है, यदि यह भारत फोर्ज द्वारा मूल्य से मेल खाता है. यह दृष्टिकोण प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण सुनिश्चित करता है और स्वदेशी रक्षा विनिर्माण में व्यापक भागीदारी को प्रोत्साहित करता है.

ATAGS की मारक क्षमता 35 से 45 किलोमीटर है, जो इस्तेमाल किए गए गोला-बारूद पर निर्भर करता है. वैसे परीक्षणों के दौरान इसने 47 किलोमीटर की फायरिंग रेंज भी हासिल की है. इसके शामिल होने से भारतीय सेना की तोपखाना क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, जिससे लंबी दूरी तक सटीक हमला करने की क्षमता प्राप्त होगी.

ATAGS के अलावा सेना 155 मिमी/52 कैलिबर K9 वज्र-टी स्व-चालित ट्रैक्ड आर्टिलरी गन के अपने बेड़े का भी विस्तार कर रही है. लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड (L&T) के साथ हाल ही में हुए अनुबंध के तहत 100 अतिरिक्त K9 वज्र गन की खरीद होगी, जिन्हें दक्षिण कोरियाई रक्षा प्रमुख हनवा डिफेंस से लाइसेंस के तहत निर्मित किया जाएगा.

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