...तो बदलने वाली है राशन वितरण की व्यवस्था, जानिए बीजेपी ने इस बारे में क्या कहा

दिल्ली भाजपा ने शनिवार को केंद्र से आग्रह किया कि या तो राशन प्रणाली को अपने हाथ में ले लिया जाए या केंद्र की ओर से जारी सब्सिडी को उपभोक्ताओं के बैंक खातों में स्थानांतरित कर दिया जाए, क्योंकि दिल्ली सरकार गरीबों को राशन उपलब्ध कराने में 'विफल' रही है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 17, 2022, 07:39 PM IST
  • बीजेपी ने आप सरकार पर लगाया आरोप
  • 'दिल्ली सरकार ने नहीं बांटा गेहूं-चावल'
...तो बदलने वाली है राशन वितरण की व्यवस्था, जानिए बीजेपी ने इस बारे में क्या कहा

नई दिल्लीः दिल्ली भाजपा ने शनिवार को केंद्र से आग्रह किया कि या तो राशन प्रणाली को अपने हाथ में ले लिया जाए या केंद्र की ओर से जारी सब्सिडी को उपभोक्ताओं के बैंक खातों में स्थानांतरित कर दिया जाए, क्योंकि दिल्ली सरकार गरीबों को राशन उपलब्ध कराने में 'विफल' रही है.

बीजेपी ने आप सरकार पर लगाया आरोप
केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार पर राष्ट्रीय राजधानी के 72.78 लाख राशन कार्डधारकों को नवंबर और दिसंबर में राशन से वंचित करने का आरोप लगाते हुए, दिल्ली प्रदेश भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में राशन व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है.

'दिल्ली सरकार ने नहीं बांटा गेहूं-चावल'
बकौल बिधूड़ी, केंद्र सरकार ने इस साल अप्रैल से सितंबर तक आधे साल के लिए 8,000 टन चावल और 11,900 टन गेहूं जारी किया, लेकिन दिल्ली सरकार इसे भी वितरित नहीं कर सकी. कारण यह है कि मायापुरी, ओखला और पूसा गोदामों से 34 हजार क्विंटल से अधिक चावल और मायापुरी गोदाम से नवंबर माह के लिए भेजा गया 10 हजार क्विंटल गेहूं अभी तक उठाया ही नहीं गया है.

'राशन विक्रेताओं को नहीं दिया गया कमीशन'
संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में भाजपा नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और 'वन नेशन वन कार्ड स्कीम' के तहत दिल्ली के उपभोक्ताओं को राशन मुहैया कराती है. दिल्ली के राशन विक्रेताओं का कमीशन पिछले आधे साल से नहीं दिया गया है जबकि उन्हें कमीशन पहले ही मिलना चाहिए था और केंद्र सरकार दिल्ली को यह राशि पहले ही दे चुकी है.

'राशन ढुलाई का खर्चा देती है केंद्र सरकार'
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राशन मुहैया कराने के साथ-साथ ढुलाई का खर्चा भी देती है और राशन विक्रेताओं को गोदामों से राशन विक्रेताओं तक राशन पहुंचाने का कमीशन भी देती है. दिल्ली सरकार को केवल गोदामों से राशन उठाकर राशन विक्रेताओं तक पहुंचाना होता है, लेकिन दिल्ली सरकार ऐसा नहीं कर पा रही है और दिल्ली के गरीब राशन के लिए दर-दर भटक रहे हैं.

'दिल्ली सरकार ने नहीं दी कमीशन की राशि'
बीजेपी नेताओं ने कहा कि पिछले साल केंद्र सरकार ने तय किया था कि राशन विक्रेताओं का कमीशन एडवांस में दिया जाए. उसने पिछले आधे साल में कमीशन के रूप में 24.89 करोड़ रुपये का भुगतान किया था, लेकिन दिल्ली सरकार ने उस राशि को भी दबा दिया और उसमें से केवल 14.55 करोड़ रुपये ही जारी किए गए. ऐसे में राशन विक्रेताओं को उनका कमीशन भी ठीक से नहीं दिया जा रहा है. इस मौके पर दिल्ली बीजेपी के कई बड़े नेताओं के साथ प्रवक्ता सुभेंदु शेखर अवस्थी भी मौजूद रहे.

(इनपुटः आईएएनएस)

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