JD(U) - RJD Crisis: बिहार में जदयू (JD(U)) और राजद (RJD) के बीच कलह की चर्चा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सत्तारूढ़ गठबंधन खत्म करने की अटकलों के बीच, लालू यादव खेमे ने राजद के समर्थन में विधायकों की संख्या 122 के आंकड़े तक पहुंचने के लिए गणना शुरू कर दी है.
मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि ऐसी स्थिति में जहां नीतीश कुमार JD(U) को सत्तारूढ़ गठबंधन से अलग कर लेते हैं, तो राजद को 122 के आंकड़े तक पहुंचने के लिए आठ और विधायकों की आवश्यकता होगी और यह इससे यह सुनिश्चित होगा कि पार्टी राज्य विधानसभा में प्रमुख शक्ति बनी रहेगी.
RJD भी दांव चलने को तैयार
सूत्रों ने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के खेमे के चार विधायक, AIMIM का एक विधायक और एक अन्य निर्दलीय विधायक RJD के साथ जुड़ सकते हैं. हालांकि, इसके साथ ही, बिहार में सत्ता में बने रहने के लिए राजद को 122 के जादुई आंकड़े तक पहुंचने के लिए अपने पक्ष में दो और विधायकों की आवश्यकता होगी.
कैसे बिगड़ी बात?
जदयू और राजद के बीच मतभेद की अटकलें गुरुवार को फिर से उभर आईं जब लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने X (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर किए गए एक के बाद एक ट्वीट में वंशवादी राजनीति पर नीतीश कुमार की टिप्पणियों का जवाब दिया.
सूत्रों का कहना है कि नीतीश के फिर से खेमा बदलने और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना है.
भंग हो सकती है विधानसभा
इस बीच, बिहार बीजेपी प्रमुख सम्राट चौधरी केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के साथ पार्टी नेतृत्व से मिलने के लिए दिल्ली रवाना हो गए हैं. वहीं, JDU नेता ललन सिंह, विजय कुमार चौधरी और अन्य लोग मौजूदा घटनाक्रम पर चर्चा के लिए नीतीश कुमार के साथ बैठक कर रहे हैं. यह भी कहा जा रहा है कि लालू प्रसाद के जादुई संख्या हासिल करने से पहले नीतीश कुमार बिहार विधानसभा को भंग करने पर विचार कर सकते हैं.
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