नई दिल्ली: Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में प्रभु श्री राम की मूर्ति का पूरे विधि-विधान के साथ प्राण प्रतिष्ठा की गई. इसके साथ ही रामलला मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो गए हैं. बता दें कि प्रभु राम की मूर्ति कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगिराज ने बनाई है. यह मूर्ति वाकई में बेहद मनमोहक है. प्राण प्रतिष्ठा के लिए रामलला को सबसे पहले नहला-धुलाकर उनका श्रृंगार किया गया था. इस दौरान उन्हें वस्त्रों से सुशोभित किया गया. चलिए जानते हैं कि भगवान राम को विराजमान करने से पहले कौनसे वस्त्र और आभूषण पहनाएं गए.
पीतांबर वस्त्रों से सजे हैं रामलला
बता दें कि मंदिर के गर्भगृह में रामलला के बाल्यकाल की मूर्ति स्थापित की गई है. श्याम रंग की इस मूर्ति का वाल्मिकी की रामायण में वर्णन किया गया है. भगवान राम को पीताबंर वस्त्रों से सजाया गया है. वहीं उन्हें 108 सिक्कों वाला हार पहनाया गया है. इनमें रत्न भी जड़े गए हैं. इसके अलावा राम जी के सिर पर नवरत्न से सजाया गया मुकुट भी बेहद सुंदर लग रहा है. उनके हाथों में सोने का तीर-कमान और कोदंड है.
प्रभु राम को लगा हीरे का तिलक
प्रभु राम के कमर में कमरधनी बांधी गई है. वहीं उनके साथ स्थापित गरुड़ और हनुमान जी को भी मोतियों से जड़ी मालाएं पहनाई गई हैं. भगवान राम के कानों में पहनाए गए कुंडलों में पन्ना, माणिक्य और मोती का इस्तेमाल किया गया है. उनके माथे पर बनाए गए तिलक को भी माणिक्य और हीरे से बनाया गया है. बता दें कि भगवान श्री राम जिस सिंहसान पर विराजमान होंगे उसे भी चांदी की परत से बनाया गया है.
करोड़ों आभूषणों से सुसज्जित हैं रामलला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भगवान राम को सजाने के लिए इस्तेमाल किए गए 1.03 कैरेट पन्ना की कीमत 71,900 है. इसमें हीरे की कीमत 2.5 लाख से 20 लाख है और मोती की कीमत 10,000 से 1 लाख रुपए तक है. इस हिसाब से अंदाजा लगाया जा सकता है कि रामलला की मूर्ति को करोड़ों रुपए के गहनों और आभूषणों से सजाया गया है.
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