चुनावी रैली में जब सरेआम जया प्रदा का भूल गए थे नाम, मुलायम सिंह यादव को ऐसे दिलाया गया था याद

मुलायम सिंह यादव अकसर नाम भूल जाते थे. चुनावी रैलियां इसकी गवाह हैं. जहां अकसर लोगों को उनके कान में या तो नाम बताना पड़ता या पर्ची देनी पड़ती. ऐसे ही एक बार वो जया प्रदा का नाम भी भूले थे.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Oct 10, 2022, 12:24 PM IST
  • मुलायम सिंह यादव ने नहीं पूछा कौन थी हीरोइन?
  • आजम खान ने माइक पर आकर ऐसे दी थी सफाई
चुनावी रैली में जब सरेआम जया प्रदा का भूल गए थे नाम, मुलायम सिंह यादव को ऐसे दिलाया गया था याद

नई दिल्ली: पहलवानी के शौकीन, साईकिल जिनकी पहचान बनीं वो मुलायम सिंह राजनीति में एक ऐसा बदलाव लेकर आए जिसकी कई सदियां गवाह बनेंगी. वो भले ही आज दुनिया से विदा हो गए हों लेकिन उनसे जुड़े कई किस्से जिसे सुनकर लोग आज भी ठहाके लगाते हैं. उनके भूलने की आदत से हर कोई परेशान था. वो चलती रैली में नाम भूल जाते.

कई बार बात करते-करते सामने वाली बात भूल जाया करते थे. उनकी इस आदत के चलते कई बार चुनावी रैलियों के बीच वो हंसी के पात्र भी बने.

जया प्रदा का भूल गए थे नाम

2017 यूपी चुनाव का आखिरी पड़ाव. जौनपुर में मुलायम सिंह यादव ताबड़तोड़ भाषण दे रहे थे. मुलायम सिंह जनसभा में अपनी पार्टी की तारीफ करते हुए कहते हैं कि उनकी पार्टी ने हमेशा से ही महिलाओं को आगे बढ़ाने का काम किया है. उन्होंने सबको सूचित किया कि कैसे समाजवादी पार्टी से तीन लोकसभा सांसद हुआ करती थीं.

ऐसे में वो नाम गिनाना शुरू करते हैं कहते हैं सुशीला सरोज, उषा वर्मा और फिर तीसरा नाम लेने से पहले अटक जाते हैं. फिर मंच पर ही आजम खान की और देखकर पूछते हैं कि वो तीसरी महिला कौन थीं जिसे आपने जिताया था, कोई हीरोइन थी?

जनसभा में लगे ठहाके

मुलायम सिंह यादव ने जैसे ही मंच पर ये सवाल पूछा सभी लोग हंसने लगे ये देखकर खुद मुलाय सिंह की भी हंसी भी छूट गई. तभी आजम खान को कुर्सी से उठकर आना पड़ा. वो माइक अपने मुंह के आगे लाकर कहते हैं देखिए अभी तक भूले नहीं हैं उन्हें...जया प्रदा. बता दें कि बाद में यही आजम कान जया प्रदा के खिलाफ खड़े हुए थे. जया प्रदा ने सपा को छोड़ दूसरी पार्टी ज्वाइन कर ली थी.

अखिलेश यादव का भी भूले थे नाम

मुलायम सिंह यादव सिर्फ जया प्रदा ही नहीं बल्कि अपने बेटे अखिलेश यादव का नाम भी भूल गए थे. मैनपुरी की करहल सीट से अखिलेश यादव चुनाव लड़ रहे थे. ऐसे में मुलायम सिंह यादव करहल में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे. नेताजी ने जमकर अपनी बात रखी. हालांकि इस दौरान वो अपने बेटे अखिलेश को जितवाने की अपील करना भूल गए.

जब भाषण खत्म होने वाला था तो सांसद धर्मेंद्र यादव ने उन्हें एक पर्ची पकड़ाकर उनके कान में वोट मांगने के लिए कहा. यह सुनकर मुलायम सिंह यादव और उनके आस-पास खड़े लोगों की भी हंसी छूट गई थी.

ये भी पढ़ें: मुलायम सिंह यादव के दिल के करीब थे ये बालीवुड सितारे, पार्टी में भी थे शामिल

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़