नई जनरेशन पर Javed Akhtar का तीखा तंज, गीतकार बोले 'उन्हें डायलॉग हिंदी में पढ़ने नहीं आते'

Javed Akhtar: बॉलीवुड के मशहूर गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने इंडस्ट्री के नई पीढ़ी वाले एक्टर्स के बारे कई बातों का खुलासा किया है. गीतकार का कहना है कि इन्हें हिंदी नहीं पढ़ने आती.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 12, 2024, 05:30 PM IST
    • हिंदू और उर्दू भाषा पर बोले जावेद अख्तर
    • नई जनरेशन पर जावेद अख्तर ने किया तंज
नई जनरेशन पर Javed Akhtar का तीखा तंज, गीतकार बोले 'उन्हें डायलॉग हिंदी में पढ़ने नहीं आते'

नई दिल्ली: Javed Akhtar: जावेद अख्तर और मणिरत्नम फिल्म इंडस्ट्री के दो उच्चतम कलाकार हैं. जावेद अख्तर में अपने काम के साथ अपने बेबाक अंदाज के लिए भी जाने जाते हैं. हालांकि गीतकार कई बार अपने बयानों के चलते विवादों से भी घिर जाते हैं. जहां पहले उन्होंने 'एनिमल' की सक्सेस पर दिए स्टेटमेंट से सबका ध्यान खींच लिया था. वहीं, अब उन्होंने नई पीढ़ी के एक्टर्स के बारे में भी काफी कुछ कहा है. 

नई जनरेशन को नहीं पढ़नी आती हिंदी 

गीतकार जावेद अख्तर अक्सर हिंदी और उर्दू भाषा से जुड़े कार्यक्रमों में शामिल होते रहते हैं. हाल ही में उन्होंने एक इवेंट के दौरान कहा, फिल्म इंडस्ट्री में हम नई पीढ़ी के अधिकतर कलाकारों के लिए रोमन (अंग्रेजी) में (हिंदी) डायलॉग्स लिखते हैं, क्योंकि वो इसके अलावा कुछ और नहीं पढ़ सकते.' गीतकार आगे ने कहा कि भाषा एक क्षेत्र की होती है और इसका धर्म से कोई लेना-देना नहीं है. 

हिंदू और उर्दू भाषा पर क्या बोले जावेद अख्तर?

जावेद अख्तर ने कहा, ‘क्या पश्चिम एशिया में अरब उर्दू बोलते हैं ? उर्दू केवल भारतीय उपमहाद्वीप की भाषा है. इसका मजहब से कोई लेना-देना नहीं है. आप तमिलनाडु जा कर लोगों से कहिए कि हिंदी हिंदुओं की भाषा है. फिर देखिये, क्या होता है?’ उन्होंने हिंदुस्तानी शब्दों के एक शब्दकोश की जरूरत का जिक्र करते हुए कहा कि हिंदी का इस्तेमाल किया बिना आप उर्दू नहीं बोल सकते. उन्होंने कहा कि एक फिल्म लेखक होने के नाते वह जानते हैं कि हिंदी या उर्दू के शब्द कब इस्तेमाल करना है.
 
हिन्दुस्तानियों के लिए लिखते हैं जावेद अख्तर 

उन्होंने आगे कहा, ‘इसीलिए मैं हिंदुस्तानियों के लिए हिंदुस्तानी लिख रहा हूं. मैं उर्दू वालों और हिंदी वालों के लिए नहीं लिख रहा हूं, मैं हिंदुस्तानियों के लिए लिख रहा हूं. जिस दिन हिंदुस्तानियों की रुचि विकसित हो जाएगी, उस दिन भाषा अपने आप समझ आ जाएगी.'

मणिरत्नम की तारीफ में बोलीं ये बात 

मीडिया के साथ बातचीत में जावेद अख्तर ने ये भी कहा, "बॉम्बे फिल्म इंडस्ट्री के लोग खुद को लेकर बहुत संतुष्ट और आश्वस्त रहे हैं. हम सबसे टैलेंटेड होने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त थे. फिर तमिलनाडु से एक डायरेक्ट आए और उन्होंने हमारे मुंह पर जोरदार तमाचा मारा, ऐसा काम दिखाते हुए जो हमने पहले कभी नहीं देखा था. तकनीक को लेकर हम पूरी तरह से कॉन्फिडेंट थे. उन्होंने हमे अनपढ़ बच्चे जैसा महसूस करवाया." गीतकार ने मणिरत्नम के काम को काफी अनोखा बताया और आगे कहा, "ये पॉलिटिकवी सही नहीं होगा, लेकिन मैं आपको दस डायरेक्टर्स के नाम बता सकता हूं, जिन्होंने कई सुपरहिट फिल्में बनाई हैं, लेकिन उन्हें कोई याद नहीं रखता. फिल्म इंडस्ट्री में, केवल सफलता नहीं है जो आपको बनाए रखता है, कुछ असाधारण काम भी होते है, जो मणिरत्नम ने किए हैं." 

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