नई दिल्लीः कांग्रेस का तीन दिवसीय महाधिवेशन शुक्रवार को शुरू होगा, जिसके पहले दिन पार्टी की संचालन समिति, कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के आधे सदस्यों के चुनाव के संदर्भ में फैसला करेगी. पार्टी के 85वें महाधिवेशन के पहले दिन कांग्रेस की विषय संबंधी समिति राजनीति, अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय मामलों, कृषि, सामाजिक न्याय और युवा एवं शिक्षा संबंधी प्रस्तावों पर विचार करेगी.
पांच सूत्रीय कार्यक्रम पर फोकस करेगी कांग्रेस
भारत जोड़ो यात्रा से उत्साहित कांग्रेस रायपुर में होने वाले इस अधिवेशन के जरिए कार्यकर्ताओं को स्पष्ट संदेश देना चाहेगी और लोकसभा चुनाव से पहले उनमें जोश भरने की कोशिश करेगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस अधिवेशन में 'पांच सूत्रीय कार्यक्रम' पर फोकस करेगी, जो पार्टी के रोडमैप की तरह होगा.
विपक्षी एकता के फॉर्म्युले पर हो सकता है विचार
जेडीयू नेता नीतीश कुमार की ओर से विपक्षी एकता के लिए कांग्रेस को सार्वजनिक रूप से न्योता दिया चुका है. अधिवेशन में पार्टी विपक्षी एकता के फॉर्म्युले की तलाश कर सकती है, जिसमें वह लीडरशिप रोल में रहेगी.
कांग्रेस कार्य समिति का हो सकता है चुनाव
महाधिवेशन आरंभ होने से एक दिन पहले बृहस्पतिवार को कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि अगर पार्टी संचालन समिति 24 फरवरी को अपनी बैठक में कांग्रेस कार्य समिति का चुनाव कराने का फैसला करती है तो चुनाव कराया जाएगा और इसके लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है जहां अध्यक्ष पद का भी चुनाव हुआ है, जबकि किसी दूसरी पार्टी में संगठन के पदों के लिए चुनाव नहीं होता.
कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से यह टिप्पणी उस वक्त की है जब कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने ‘पीटीआई-भाषा’ से साक्षात्कार में कहा था कि सीडब्ल्यूसी के आधे सदस्यों का चुनाव होना चाहिए और पार्टी की इस शीर्ष नीति निर्धारक इकाई में नौजवानों को मौका मिलना चाहिए.
जानिए क्या होगा महाधिवेशन का कार्यक्रम
रमेश ने महाधिवेशन के कार्यक्रम के बारे में बताया, ‘25 फरवरी को राजनीतिक, आर्थिक और अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़े प्रस्तावों पर चर्चा होगी तथा 26 फरवरी को कृषि, सामजिक न्याय और युवा एवं शिक्षा मामलों के प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी. इसके अलावा 26 फरवरी को दो बजे कांग्रेस अध्यक्ष का भाषण होगा तथा चार बजे जनसभा होगी.’
कांग्रेस इस महाधिवेशन में 2024 के लोकसभा चुनाव में व्यापक विपक्षी एकजुटता के संदर्भ में अपना रुख स्पष्ट करेगी. इस महाधिवेशन में कांग्रेस ने करीब 15,000 लोगों को आंमत्रित किया गया है, जिनमें डेलीगेट (प्रतिनिधि) होंगे.
मल्लिकार्जुन के अध्यक्ष बनने के बाद पहला महाधिवेशन
‘भारत जोड़ो यात्रा’ को लेकर मिली प्रतिक्रिया से उत्साहित कांग्रेस ने इस पूर्ण अधिवेशन का ‘टैगलाइन’ ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ रखा है. मल्लिकार्जुन खरगे के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पार्टी का महाधिवेशन हो रहा है. कांग्रेस का पिछला महाधिवेशन 2018 में दिल्ली में हुआ था.
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