हवन कराने से पहले गांठ बांध लें ये 5 बातें, फूटी किस्मत चमकते नहीं लगेगी देर

Havan Vastu Remedies: हिंदू धर्म में मांगलिक कार्यों से लेकर पूजा-पाठ, व्रत, त्योहार इत्यादि में हवन कराने का विशेष महत्व होता है. मान्यता है कि हवन कराने से हमें कई तरह के लाभ मिलते हैं. इससे हमें देवी-देवताओं से आशीर्वाद मिलते हैं. साथ ही हम जिस मनोकामना की पूर्ति के लिए पूजा करते हैं, वह पूरी होती है. हालांकि, हवन करते समय हमें कुछ खास बातों का ध्यान रखने से ही शुभ फल की प्राप्ति होती है. 

Written by - Pramit Singh | Last Updated : Dec 6, 2023, 03:56 PM IST
  • हवन से वातावरण होता है शुद्ध
  • इन लकड़ियों का करें इस्तेमाल
हवन कराने से पहले गांठ बांध लें ये 5 बातें, फूटी किस्मत चमकते नहीं लगेगी देर

नई दिल्लीः Havan Vastu Remedies: हिंदू धर्म में मांगलिक कार्यों से लेकर पूजा-पाठ, व्रत, त्योहार इत्यादि में हवन कराने का विशेष महत्व होता है. मान्यता है कि हवन कराने से हमें कई तरह के लाभ मिलते हैं. इससे हमें देवी-देवताओं से आशीर्वाद मिलते हैं. साथ ही हम जिस मनोकामना की पूर्ति के लिए पूजा करते हैं, वह पूरी होती है. हालांकि, हवन करते समय हमें कुछ खास बातों का ध्यान रखने से ही शुभ फल की प्राप्ति होती है. ऐसे में आइए जानते हैं हवन करते समय हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. 

वातावरण होता है शुद्ध
एक्सपर्ट की मानें, तो हवन कराने से वातावरण शुद्ध होता है और घर से नेगेटिव एनर्जी दूर होती है. साथ ही घर में पॉजिटिव एनर्जी का आगमन होता है. हवन के दौरान हमें दिशा का खास ख्याल रखना चाहिए. शास्त्रों की मानें, तो हवन के लिए घर की अग्नि कोण यानी दक्षिण-पूर्व दिशा सबसे पवित्र होती है. इस दिशा की तरफ मुंह करके बैठने से शुभ फल की प्राप्ति होती है और घर की सारी परेशानियां धीरे-धीरे खत्म होने लगती हैं. 

इन लकड़ियों का करें इस्तेमाल
शास्त्रों की मानें, तो हवन में अंगूठे से अधिक मोटी या 10 अंगुल से लंबी समिधा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. हवन में हमेशा काले तिल का ही इस्तेमाल करना चाहिए. इसके अलावा हवन की अग्नि प्रज्वलित करने के लिए लकड़ी का ही प्रयोग करना चाहिए. इस दौरान केवल आम की लकड़ी का ही इस्तेमाल करें. इसके अलावा चंदन या ढाक, पीपल की लकड़ी भी इस्तेमाल में लाई जा सकती है. 

अक्षत का जरूर करें इस्तेमाल
हवन के दौरान अक्षत का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी होता है. हवन करते समय इस बात का ध्यान रखें कि हवन में देवताओं को 3 बार तो पितरों को एक बार ही अक्षत चढ़ाया जाता है. वहीं, घी का दीपक देवताओं के बाईं या अपने दाईं ओर रखना चाहिए. मान्यता है कि इन नियमों को ध्यान में रखने से हवन का शत-प्रतिशत फल प्राप्त होता है. 

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