'बाइडेन, अब तुम्हें जाने की जरूरत है', बचपन के दोस्त ने अमेरिकी राष्ट्रपति को लिखा भावुक होने वाला खत
Advertisement
trendingNow12314707

'बाइडेन, अब तुम्हें जाने की जरूरत है', बचपन के दोस्त ने अमेरिकी राष्ट्रपति को लिखा भावुक होने वाला खत

Joe Biden: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बचपन के दोस्त ने बाइडेन को लिखे खत में कहा है कि अब आप भी मेरी तरह बूढ़े हो गए हैं. मैं जानता हूं कि पूरे दिन शरीर में एनर्जी बरकरार रखना कितना मुश्किल होता है. हमारा शरीर अब पहले की तरह मदद नहीं करता है. कभी-कभी सुबह उठने में भी दर्द होता है.

'बाइडेन, अब तुम्हें जाने की जरूरत है', बचपन के दोस्त ने अमेरिकी राष्ट्रपति को लिखा भावुक होने वाला खत

US President Election: राष्ट्रपति पद की चुनाव प्रक्रिया की पहली बहस में जो बाइडेन के पिछड़ने के बाद उनपर राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटने का दबाव है. विरोधी नेताओं की ओर से बाइडेन की फिटनेस को लेकर उठाए जा रहे सवालों के बीच उनके बचपन के दोस्त ने भी एक इमोशनल खत लिखा है. जो बाइडेन के दोस्त जय परिनी ने बाइडेन से राष्ट्रपति पद की दावेदारी पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है. वहीं, पार्टी के नेताओं से किसी अन्य डेमोक्रेटिक दावेदारों का समर्थन करने का आग्रह किया है.

CNN के एक सर्वे के मुताबिक, गुरुवार को हुए राष्ट्रपति पद की चुनाव प्रक्रिया की पहली बहस को देखने वाले ज्यादातर लोगों की नजर में मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन के मुकाबले पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रदर्शन बेहतर रहा. इसके पीछे का एक मुख्य कारण बाइडेन का गिरता स्वास्थ्य और फिटनेस है. बाइडेन के बचपन के दोस्त और लंबे समय से उनके समर्थक जय परिनी ने एक इमोशनल लेटर में अपनी साझा जुड़ाव को याद करते हुए बाइडेन से विरासत और राष्ट्रीय कर्तव्य की भावना की अपील की.

कई कार्यों के लिए बाइडेन को सराहा भी

लेखक और कवि जय परिनी ने राष्ट्रपति जो बाइडेन को लिखे पत्र में अपनी लंबी दोस्ती का जिक्र किया है. उन्होंने महामारी और आर्थिक उथल-पुथल सहित प्रमुख संकटों के माध्यम से देश का मार्गदर्शन करने में बाइडेन के नेतृत्व और उपलब्धियों की प्रशंसा की है. परिनी ने बंदूक नियंत्रण उपायों, बुनियादी ढांचे में सुधार, अपराध नियंत्रण और महंगाई को नियंत्रित करने के प्रयासों को भी सराहा है. 

जय परिनी ने आगे अपने खत में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ बहस में उनके हालिया प्रदर्शन को लेकर टिप्पणी की है. बहस के दौरान बाइडेन की कर्कश आवाज, बार-बार लड़खड़ाना और कई बार बहस के दौरान खोए हुए रहने की बात कही गई है. जिससे लोगों ने यह सवाल उठाया कि वह इस उम्र में राष्ट्रपति पद के लिए सही विकल्प नहीं हो सकते हैं.

अब तुम बूढ़े आदमी हो गए हो: बाइडेन के दोस्त

बाइडेन के दोस्त ने आगे लिखा है कि अब आप भी मेरी तरह बूढ़े हो गए हैं. मैं जानता हूं कि पूरे दिन शरीर में एनर्जी बरकरार रखना कितना मुश्किल होता है. हमारा शरीर अब पहले की तरह मदद नहीं करता है. कभी-कभी सुबह उठने में भी दर्द होता है.

Trending news