Mobile Text Messages: 30 साल पहले भेजा गया था पहला टेक्स्ट मैसेज, जानें किसने भेजा और SMS में क्या था?
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Mobile Text Messages: 30 साल पहले भेजा गया था पहला टेक्स्ट मैसेज, जानें किसने भेजा और SMS में क्या था?

Short Message Service: नए शोध से पता चलता है कि मैसेज करने के कई आधुनिक विकल्पों के बावजूद एसएमएस मैसेज (SMS) आज भी लोकप्रिय बने हुए हैं और रोजाना लाखों लोग इसका इस्तेमाल करते हैं.

Mobile Text Messages: 30 साल पहले भेजा गया था पहला टेक्स्ट मैसेज, जानें किसने भेजा और SMS में क्या था?

Text Messages History: आजकल की भागदौड़ भरी लाइफ में टेक्स्ट मैसेजेस की अहम भूमिका है और रोजाना करोड़ों लोग कई माध्यमों से टेक्स्ट मैसेज भेजते हैं. नए आंकड़ों के अनुसार, आज भेजे जाने वाले हर तीन टेक्स्ट मैसेजेस में से एक एसएमएस (Short Message Service) के जरिए सेंड और रिसीव किया जाता है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि दुनिया का पहला टेक्स्ट मैसेज (SMS) कब भेजा गया था और पहली बार किसने इसका इस्तेमाल किया था?

30 साल पहले भेजा गया था पहला SMS

इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, पहला टेक्स्ट मैसेज (Text Message) 3 दिसंबर 1992 को भेजा गया था और क्रिसमस की शुभकामना दी गई थी. दुनिया का पहला टेक्स्ट मैसेज 'मेरी क्रिसमस' (Merry Christmas) था और 15 अक्षर वाले इस शॉर्ट मैसेज (SMS) को वोडाफोन के नेटवर्क के माध्यम से भेजा गया था.

किसने भेजा था पहले टेक्स्ट मैसेज?

दुनिया का पहला टेक्स्ट मैसेज (Text Message) वोडाफोन इंजीनियर नील पापवोर्थ (Neil Papworth) ने कंप्‍यूटर से अपने दूसरे साथी रिचर्ड जारविस (Richard Jarvis) को भेजा था, जो कंपनी के डायरेक्‍टर थे. रिचर्ड को ये एसएमएस ऑर्बिटल 901 हैंडसेट (Orbitel 901 handset) पर भेजा गया था.

आज भी काफी पॉपुलर है SMS

संचार फर्म इंफोबिप के सर्वे में खुलासा हुआ है कि शामिल लोगों में से 30 प्रतिशत ने कहा कि वो रोजाना मैसेज भेजते हैं और उनमें से 54 प्रतिशत लोगों ने बताया कि मैसेज भेजने के लिए SMS का इस्तेमाल करते हैं. इंफोबिप यूके के कंट्री मैनेजर निखिल शूरजी ने कहा कि 30 सालों में मैसेजिंग तकनीक का तेजी से विस्तार हुआ है और अब लोग व्हाट्सएप से लेकर स्काइप तक का इस्तेमाल कर रहे हैं. कुछ लोग यह तर्क दे सकते हैं कि मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की लोकप्रियता की दौड़ में एसएमएस ने अपनी जमीन खो दी है, लेकिन हमारे शोध के परिणाम इसके बिल्कुल विपरीत हैं.

नहीं पता था इतनी पॉपुलर होगी टेक्स्टिंग: नील

मैसेज भेजने वाले वोडाफोन इंजीनियर नील पापवोर्थ (Neil Papworth) टेक्स्ट मैसेज को लेकर कहा था, '1992 में जब पहली बार एसएमएस भेजा था, तब नहीं पता था कि टेक्स्टिंग इतनी पॉपुलर हो जाएगी और रोजाना लाखों लोग इसका इस्तेमाल करेंगे.'

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