Russia Ukraine war zone update: युद्ध प्रभावित यूक्रेन (War torn Ukraine) में ऐसे अजीबोगरीब हालात बन रहे हैं कि मानवता शर्मसार हो रही है. इस बीच कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि रूसी सैनिक अब दरिंदे बन गए हैं जो इंसानों और जानवरों में कोई भेद नहीं कर रहे हैं.
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War ravaged ukraine: यूक्रेन (Ukraine) को लेकर रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं. इस बीच अब ये दावा किया जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के सैनिक अब यूक्रेन के युद्ध क्षेत्र में रसद यानी राशन की किल्लत होने पर चिड़ियाघर (ZOO) के जानवरों को मारकर खा रहे हैं. इस दावे की पुष्टि करने के नाम पर अब कुछ तस्वीरें भी शेयर की जा रही हैं. जिनके हवाले से पुतिन के फौजियों को दरिंदा बताया जा रहा है.
चिड़ियाघर में मिले सबूत
ब्रिटिश न्यूज़ वेबसाइट 'एक्सप्रेस यूके' में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक रूस के सैनिक (Russian Soldiers) यूक्रेन में अपने कब्जे वाले इलाके के चिड़ियाघर में बंद जानवरों को अपना निवाला बना रहे हैं. इन जानवरों में ऊंट (Camel), कंगारू, सूअर (Pig) और भेड़िये जैसे कई और जानवरों को मारकर खाने की बात कही गई है. इसी रिपोर्ट में कई जानवरों के कंकाल और अन्य अवशेष बरामद होने की पुष्टि की गई है. हालांकि इस जघन्य अपराध को लेकर अभी तक रूस की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
बेजुबानों पर वहशियत
पूर्वी डोनेट्स्क में यम्पिल चिड़ियाघर के वालंटियर्स ने यह दावा किया है. यूक्रेन पर हमले के शुरुआती दिनों में रूस ने यम्पिल गांव पर कब्जा कर लिया था. लेकिन 30 सितंबर को यूक्रेन ने वापस इस पर कब्जा हासिल कर लिया. अब अपने मोहल्ले में लौट रहे यूक्रेन के आम नागरिकों को बेहद चौंकाने वाले और हैरान-परेशान करने वाली तस्वीरें देखने को मिल रही हैं. एक वालंटियर ने अपने कैमरे में चिड़ियाघर के मैदान में कंकाल और मांस के टुकड़े बिखरे होने की तस्वीरों को कैद किया है. इस खबर के सामने आने के बाद एनिमल एक्टिव्स्ट भी रूस को आड़े हाथों ले रहे हैं.
यूक्रेन का बयान
यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि ये खबर सच है कि रूसी सैनिकों ने हमारे कई जानवरों को मारकर खा लिया है. उनकी लिस्ट और मिले सबूतों के मुताबिक अभी तक दो ऊंट, एक कंगारू, एक जंगली भैंसा, कुछ सुअर और कई भेड़ियों को शिकार बनाया गया है. जू में बचे बाकी जानवरों को दोबारा बसाने के लिए निप्रो सिटी ले जाया जा रहा है.
आपको बताते चलें कि करीब 11,000 की आबादी वाला यम्पिल इलाका सितंबर में रूसी अतिक्रमण यानी कब्जे से आजाद हो गया था जिसकी खबर मिलते ही यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपनी स्पेशल यूनिट्स की तारीफ एक वीडियो को पोस्ट करते हुए की थी.
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