China vs UK: चीन का आरोप! UK ने जासूसी के लिए विदेशी नागरिक का किया इस्तेमाल
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China vs UK: चीन का आरोप! UK ने जासूसी के लिए विदेशी नागरिक का किया इस्तेमाल

China News: चीन के राज्य सुरक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि एक विदेशी नागरिक ब्रिटिश खुफिया एजेंसी MI6 ने 2016 में संपर्क किया था. उसे जासूसी ट्रेनिंग भी दी गई.

China vs UK: चीन का आरोप! UK ने जासूसी के लिए विदेशी नागरिक का किया इस्तेमाल

China News: चीन ने दावा किया है कि उसकी सुरक्षा एजेंसियों ने जासूसी के एक और मामले का खुलासा किया है. बीजिंग का दावा है कि ब्रिटिश सीक्रेट इंटेलिजेंस सर्विस (MI6) ने खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए चीन में एक विदेशी नागरिक का इस्तेमाल किया. यह घटनाक्रम कथित जासूसी के आरोपों को लेकर दोनों देशों के बीच चल रही तीखी नोकझोंक को उजागर करता है.

रॉयटर्स की खबर के मुताबिक चीन के राज्य सुरक्षा मंत्रालय ने सोमवार को अपने वीचैट सोशल मीडिया अकाउंट पर खुलासा किया कि एक विदेशी नागरिक, हुआंग (केवल सरनमे बताया गया), एक ओवरसीज कंसल्टिंग एजेंसी का प्रभारी था. 2015 में, MI6 ने उस व्यक्ति के साथ संपर्क स्थापित किया. चीनी सरकार ने कंसल्टिंग एजेंसी का खुलासा नहीं किया.

MI6 ने हुआंग को दी ट्रेनिंग
बयान में कहा गया है कि उसके बाद, MI6 ने हुआंग को कई बार चीन में प्रवेश करने का निर्देश दिया. ब्रिटिश जासूसी एजेंसी ने खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए उसे अपनी सार्वजनिक पहचान का इस्तेमाल करने की हिदायत दी.

चीन सरकार ने कहा कि MI6 ने ब्रिटेन और अन्य स्थानों पर हुआंग के लिए पेशेवर खुफिया प्रशिक्षण भी आयोजित किया और खुफिया क्रॉस-लिंकिंग के लिए विशेष जासूसी उपकरण प्रदान किए.

सरकार ने कहा, 'सावधानीपूर्वक जांच के बाद, राज्य सुरक्षा अंगों ने तुरंत जासूसी गतिविधियों में हुआंग की संलिप्तता के सबूत खोजे और उसके खिलाफ आपराधिक दंडात्मक कदम उठाए.'

सरकार ने कहा, ‘सावधानीपूर्वक जांच के बाद, राज्य सुरक्षा अंगों ने जासूसी गतिविधियों में हुआंग के शामिल के सबूत खोजे और उसके खिलाफ आपराधिक दंडात्मक कदम उठाए.’

जासूसी को लेकर चीन और यूके की बीच खींचतान
इस बीच, ब्रिटिश सरकार ने कहा है कि चीनी जासूस खुफिया जानकारियों तक पहुंच हासिल करने के लिए जासूसी अभियान के तहत राजनीति, रक्षा और व्यापार में संवेदनशील पदों पर बैठे उसके अधिकारियों को निशाना बना रहे हैं. हाल ही में ब्रिटेन की संसद में एक शोधकर्ता ने खुद के चीनी जासूस होने से इनकार किया था.

चीन ने बार-बार ब्रिटेन के इन दावों की निंदा की और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि वे ‘पूरी तरह से निराधार’ थे. बीजिंग ने बार-बार इन दावों की निंदा की और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि वे पूरी तरह से निराधार’ थे.

एक प्रेस ब्रीफिंग में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, 'हम यूके से गलत सूचना फैलाना बंद करने और चीन के खिलाफ राजनीतिक हेरफेर और दुर्भावनापूर्ण प्रचार रोकने का आग्रह करते हैं.'

चीन अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कथित खतरों पर नकेल कस रहा है. हाल के वर्षों में उसने जासूसी के कई मामलों का खुलासा करने का दावा किया है. चीनी सरकार भी देश-विदेश में अपने नागरिकों को जासूसी गतिविधियों में पकड़े जाने के खतरों के प्रति आगाह करती रही है. यह लोगों को जासूसी विरोधी कार्यों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. 

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