Olivia Fransworth News: क्या यह संभव है कि किसी को चोट लगने पर दर्द का अहसास ना हो. क्या यह संभव है कि किसी को भूख ना लगे या कभी थकावट ना महसूस हो. जवाब ना में ही होगा. लेकिन इंग्लैंड में एक ऐसी बच्ची है जिसे ना तो दर्ज का अहसास और ना ही भूख लगती है.
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What is Chromosome 6 Deletion: शरीर है तो अलग अलग तरह के रोग हैं, कोई डायबीटिज से परेशान को कई हाइपरटेंशन का शिकार. किसी को मानसिक समस्या तो किसी दिल की परेशानी. लेकिन जिस मासूम बच्ची का हम जिक्र करने जा रहे हैं उसका नाम वैसे तो ओलिविया फॉर्न्सवर्थ है लेकिन उसे बॉयोनिक के नाम से जाना जाता है. वो एक ऐसी बीमारी का सामना कर रही है जिसे रेयर ऑफ रेयरेस्ट की कैटिगरी में रखा गया है. खास बात यह कि उस बीमारी की वजह से उसे ना तो दर्द का अहसास होता है और ना ही उसे भूख या थकावट महसूस होती है.
ओलिविया को कार ने मारी थी टक्कर
ओलिविया की मां निकी ट्रेपक का कहना है कि उनकी बेटी को किसी तरह का खतरा नहीं है. डॉक्टरों का मानना है कि वो फौलाद की बनी है जिसे बॉयोनिक गर्ल का नाम दिया है. अब आपको हैरानी हो रही होगी कि आखिर कैसे पता चला कि ओलिविया को दर्द का अहसास क्यों नहीं होता. हफिंग्टन पोस्ट के मुताबिक साल 2016 में उसे एक कार ने जोरदार टक्कर मारी थी. कार हादसे में घायल होने की वजह से वो कुछ देर तक सड़क पर गिरी रही. लेकिन कुछ देर बाद खड़ी हो अपने घर की तरफ निकल पड़ी. इसे देखकर हर कोई शख्स हैरान था. डॉक्टर बताते हैं कि क्रोमोसोम 6 के ना होने की वजह से किसी भी शख्स को ना तो दर्द और ना ही भूख और थकावट महसूस होती है.
लोग चिल्ला रहे थे लेकिन ओलिविया चुप थी
ओलिविया की मां निकी ट्रेपक उस हादसे का जिक्र कुछ इस तरह करती हैं. उसे सड़क पर लगभग दस कार तक घसीटा गया.वह भयावह था, उन्हें लगा कि शायद ही उबर पाऊं. जब हादसे को सुन वो घर से बाहर भागीं तो चिल्ला रही थीय यही नहीं और मेरे और बच्चे भी चिल्ला रहे थे. लेकिन ओलिविया बस यही कह रही थी, 'क्या हो रहा है?' वह बस उठी और उसकी तरफ वापस चलने लगी. हम लोग उसे अस्पताल ले गए. डॉक्टरों ने कहा कि उनकी बेटी बॉयोनिक है. टक्कर के कारण उसे गंभीर चोटें आनी चाहिए थीं.उसकी छाती पर टायर का निशान था.लेकिन उसकी एकमात्र चोटें यह थीं कि उसके पैर के अंगूठे या कूल्हे पर हल्की सी चोट आई थी. डॉक्टर उसका सीटी स्कैन, एक्स-रे करने में व्यस्त थे, चोटों का पता लगाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन कुछ भी नहीं था.वह सचमुच भाग्यशाली थी.
निकी बताती हैं कि उनकी बेटी में बीमारी के लक्षण तब दिखने लगे जब वह महज कुछ महीने की थी. उसके बाल नहीं बढ़ते थे और उसे भयानक पेट का दर्द था. साढ़े चार साल की उम्र तक उसके बाल नहीं थे. लोग उसे हमेशा लड़का कहकर बुलाते थे. वह एक बार बुरी तरह गिर भी गई थी और उसके होंठ फट गए थे लेकिन उसने कुछ नहीं कहा. उसे बड़ी प्लास्टिक सर्जरी करानी पड़ी थी. यही नहीं जब ओलिविया लगभग नौ महीने की थी, तब उसने दिन में सोना बंद कर दिया था. जैसे-जैसे वह बड़ी होती गई उसे कभी नींद की ज़रूरत नहीं पड़ी. वह रात में करीब दो घंटे तक सोती थी, कभी थकती नहीं थी. ओलिविया ने दूध पीना भी कम कर दिया था जब वो महज कुछ महीनों की थी. वह खाने के लिए लगभग आदी हो गई है. स्कूल में वो दूसरों को देखकर खाना खाती है. हालांकि उसको खाने की भी जरूरत नहीं है. उसे कभी भूख नहीं लगती. एक घटना को याद करते हुए निकी बताती है कि उनकी बेटी के होंठ पर चोट लगी थी और उसे ठीक करने के लिए प्लास्टिक सर्जरी की जरूरत थी.जब डॉक्टर ने उसकी जांच की तो वह एक बार भी नहीं हिली. जब उसे अस्पताल ले जाने के लिए पहुंची तो वह रो भी नहीं रही थी.प्लास्टिक सर्जरी कराने के लिए और जब सर्जन उसकी जांच कर रहा था, तो वह उसके होंठ खींच रहा था और वह हिल भी नहीं रही थी.
क्या होता है क्रोमोसोम 6 डिलीशन
नेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर रेयर डिसऑर्डर के अनुसार क्रोमोसोम 6पी विलोपन एक क्रोमोसोम असामान्यता है. इसमें क्रोमोसोम 6 की छोटी भुजा (P) पर स्थित आनुवंशिक डिलीशन की प्रतिलिपि होती है. जिन लोगों में क्रोमोसोम 6P नहीं होता है कि उन लोगों के व्यवहार संबंधी समस्याएं, बौद्धिक अक्षमताएं, शारीरिक विकास में देरी और चेहरा मोहरा थोड़ा अलग होता है.