Who is Liz Truss: लिज ट्रस इंग्लैंड की 56वीं प्रधानमंत्री होंगी और वह पीएम बनने वाली तीसरी महिला हैं. लिज ट्रस के पिता मैथ्य के प्रोफेसर और मां एक नर्स थीं.
Trending Photos
All about New UK PM Liz Truss: ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस (Liz Truss) ने भारतीय मूल के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) को कंजरवेटिव पार्टी नेतृत्व के लिए मुकाबले में हरा दिया है. अब लिस ट्रस प्रधानमंत्री के तौर पर बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) की जगह लेंगी. कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों द्वारा 1.7 लाख से अधिक ऑनलाइन और डाक मत डाले जाने के बाद ट्रस के तीसरी महिला प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया और इसके साथ ही ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने के ऋषि सुनक के प्रयासों पर विराम लग गया.
कितनी पढ़ी-लिखी हैं लिज ट्रस?
मैरी एलिजाबेथ ट्रस यानी लिज ट्रस (Liz Truss) का जन्म 26 जुलाई 1975 को इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड में हुआ था, हालांकि जब वह 4 साल की थीं, तब उनकी फैमिली स्कॉटलैंड में शिफ्ट हो गई थी. लिज ट्रस के पिता मैथ्य के प्रोफेसर और मां एक नर्स थीं.
लिज ट्रस (Liz Truss) की स्कूलिंग ग्लासगो और लीड्स से हुई है. इसके बाद उन्होंने मेर्टन कॉलेज, ऑक्सफोर्ड से फिलॉस्फी, पॉलिटिक्स और इकोनॉमिक्स से हायर एजुकेशन में डिग्री हासिल की.
कॉलेज लाइफ से ही थी पॉलिटिक्स का हिस्सा
लिज ट्रस (Liz Truss) कॉलेज लाइफ से ही पॉलिटिक्स में एक्टिव थीं और जब वह मेर्टन कॉलेज में पढ़ रही थीं, तब वे लिबरल डेमोक्रेट्स पार्टी का प्रचार करती थीं. इसके बाद ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में लिज लिबरल डेमोक्रेट्स की प्रेसीडेंट भी थीं और इसके अलावा यूथ एंड स्टूडेंट्स की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मेंबर के तौर पर भी सक्रिय रहीं. हालांकि, ग्रेजुएशन खत्म होने पहले साल 1996 में डेमोक्रेट्स को छोड़कर वह कंजरवेटिव पार्टी में शामिल हो गईं.
कॉलेज के बाद अकाउंटेंट की जॉब
कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद लिज ट्रस (Liz Truss) को अकाउंटेंट की जॉब मिल गई और उन्होंने 1996 से 2000 के बीच शेल में नौकरी की. इसके बाद कुछ समय के लिए उन्होंने ब्रिटेन की टेलीकम्युनिकेशन कंपनी केबिल एंड वायरलेस में भी नौकरी की, जहां वह इकनॉमिक डायरेक्टर के पद पर कार्यरत थीं.
साल 2005 में लिज ट्रस (Liz Truss) ने नौकरी छोड़ दी और फुट टाइम पॉलिटिक्स जॉइन कर ली. 1998 और 2002 में उन्होंने ग्रीनविच लंदन बोरो काउंसिल इलेक्शन लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. साल 2006 को लिज ने पहली बार पार्षद का चुनाव जीता, जबकि साल 2010 में पहली बार वह सांसद चुनी गईं.
ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर