Kerala News: अग्निकांड में जान गंवाने वाले कुल 45 भारतीयों में से 31 लोग दक्षिणी राज्यों से थे और उनके शवों को शुक्रवार को सुबह विमान से कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लाया गया. वहां की दिल दहला देने वाली कहानियां भी सामने आ रही हैं.
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Kuwait Fire Tragedy: कुवैत की एक बहुमंजिला इमारत में दो दिन पहले हुए अग्निकांड की चर्चा दुनियाभर में है. इसमें कम से कम 49 लोगों की मौत हो गई है. इसी बीच वहां की दिल दहला देने वाली कहानियां भी सामने आ रही हैं. केरल के रहने वाले एक शख्स ने तो अपनी जान बचाने के लिए तीसरे मंजिल से छलांग लगा दी थी. असल में केरल के त्रिकारीपुर के रहने वाले नलिनाक्शन ने सूझबूझ दिखाई. उन्होंने जान तो बचा ली लेकिन बुरी तरह से घायल हो गए. हुआ यह कि पिछले 25 सालों से एनबीटीसी कंपनी में ड्राइवर के तौर पर काम कर रहे नलिनाक्शन बुधवार सुबह इमारत की तीसरी मंजिल पर फंस गए थे.
चारों तरफ आग और धुंआ छाया हुआ था, जिससे घबराकर नलिनाक्शन ने नीचे बनी पानी की टंकी में छलांग लगा दी. किस्मत से, वो टंकी में मौजूद पानी में नहीं गिरे, बल्कि टंकी के ऊपर बनी चादर की छत पर जा गिरे. हालांकि इस दौरान उनके शरीर में छोटा सा फैक्चर जरूर आया लेकिन उनकी जान बच गई. नलिनाक्शन ने अपनी जान बचा ली. उनकी इस बहादुरी की कहानी उनके घर वालों ने बताई है. लोग उनकी हिम्मत की सराहना कर रहे हैं.
उधर अग्निकांड में जान गंवाने वाले कुल 45 भारतीयों में से 31 लोग दक्षिणी राज्यों से थे और उनके शवों को शुक्रवार को सुबह विमान से कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लाया गया. केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन सहित केंद्रीय और राज्य मंत्रियों ने यहां मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की. कुवैत अग्निकांड में मारे गए भारतीयों के शव लेकर वहां से आया भारतीय वायुसेना का एक विमान शुक्रवार को करीब 10.30 बजे यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा.
अधिकारियों ने बताया कि कुवैत अग्निकांड में मारे गए दक्षिण राज्यों के 31 लोगों में केरल के 23, तमिलनाडु के सात और कर्नाटक का एक व्यक्ति शामिल है. मुख्यमंत्री विजयन ने यहां हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि प्रवासी भारतीय केरल की जीवन रेखा हैं और अग्निकांड में इतनी बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासियों की मौत 'देश के लिए एक बड़ी आपदा' के समान है. उन्होंने कहा कि यह घटना प्रवासी समुदाय के लिए भी बहुत बड़ी आपदा है.
मृतकों के शवों को लाने वाले भारतीय वायुसेना के विमान में आए विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह और तमिलनाडु के अल्पसंख्यक कल्याण और अनिवासी तमिल कल्याण मंत्री के एस मस्थान ने भी मृतकों को श्रद्धांजलि दी. पुलिस ने मृतकों को 'गार्ड ऑफ ऑनर' दिया. हवाईअड्डे के प्राधिकारियों ने बताया कि 45 शवों के लिए सीमा शुल्क, आव्रजन और हवाईअड्डा स्वास्थ्य कार्यालय से संबंधित प्रक्रिया सीआईएएल में ही पूरी की गई.
बता दें कि कुवैत के मंगाफ शहर में 12 जून को छह मंजिला इमारत में भीषण आग लग गई थी, जिसमें कम से कम 49 लोगों की मौत हो गई. दूतावास ने कहा कि इमारत में 176 भारतीय कर्मचारी थे, जिनमें से 45 की मौत हो गई और 33 अस्पताल में भर्ती हैं.