Israel Hamas War: गाजा का सबसे बड़ा अस्पताल अल शिफा अब इजरायल-हमास युद्ध का प्रमुख केंद्र बन गया है. इजरायल ने हमास पर अस्पताल, को कमांड बेस के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. इस दावे का हमास और अस्पताल के अधिकारियों ने खंडन किया है.
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Israel Hamas War News in Hindi: गाजा का सबसे बड़ा अस्पताल अल शिफा अब इजरायल-हमास युद्ध का प्रमुख केंद्र बन गया है. इजरायल ने हमास पर अल-शिफा अस्पताल,को कमांड बेस के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. इस दावे का आतंकवादी समूह और अस्पताल के अधिकारियों ने खंडन किया है. ऐसा बताया जा रहा है कि अस्पताल के अंदर और उसके आसपास हजारों फिलिस्तीनी शरण लिए हुए हैं लेकिन हमास का खत्म करने पर उतारू है इजरायल ने अस्पताल परिसर में मिलिट्री एक्शन शुरू किया दिया. इजरायल ने पुष्टि की कि उसने बुधवार को अस्पताल परिसर के अंदर एक 'लक्षित' ऑपरेशन शुरू किया और दावा किया उसके
आईडीएफ का दावा- लड़ाकू विमानों ने हमास के राजनीतिक ब्यूरो प्रमुख के आवास पर हमला किया
इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने दावा किया कि आईडीएफ लड़ाकू विमानों ने गाजा पट्टी में हमास के राजनीतिक ब्यूरो प्रमुख इस्माइल हनियेह के घर पर हमला किया. आईडीएफ ने कहा कि इस घर का इस्तेमाल इजरायल के खिलाफ आतंकवादी हमलों को निर्देशित करने के लिए आतंकवादी बुनियादी ढांचे और हमास के वरिष्ठ नेताओं के लिए बैठक स्थल के रूप में किया गया था.
न्यूज एजेंसी एएनआई ने द टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के हवाले से कहा, हमास के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख इस्माइल हानियेह कतर में रहते हैं, लेकिन उनका पारिवारिक घर गाजा पट्टी में है. आईडीएफ ने एक्स पर भी हमले की जानकारी साझा की है.
सैनिकों ने छापे के दौरान 'हमास द्वारा इस्तेमाल किए गए सैन्य उपकरण' को उजागर किया.
इजरायली राष्ट्रपति बोले- गाजा में निकट भविष्य में मजबूत सेना को होना जरूरी
इजरायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने गुरुवार को कहा कि इजरायल गाजा को शून्य में नहीं छोड़ सकता है. हमास को फिलिस्तीनी क्षेत्र में फिर से उभरने से रोकने के लिए निकट भविष्य में वहां एक मजबूत सेना बनाए रखनी होगी. रॉयटर के मुताबिक हर्ज़ोग ने फाइनेंशनियल टाइम्स से एक इंटरव्यू में कहा, 'अगर हम पीछे हटते हैं, तो कौन सत्ता संभालेगा? हम शून्य नहीं छोड़ सकते हमें सोचना होगा कि क्या तंत्र होगा; कई विचार हैं जो हवा में फेंक दिए गए हैं. लेकिन कोई भी इस जगह, गाजा को फिर से आतंकी अड्डे में बदलना नहीं चाहेगा.'
100 से अधिक रूसी नागिरक गाजा से मिस्र पहुंचे
सीएनएन के मुताबिक रूस के आपातकालीन स्थिति मंत्रालय ने कहा कि बुधवार को कुल 107 रूसी नागरिक और उनके परिवार गाजा पट्टी से मिस्र में दाखिल हुए. मंत्रालय ने कहा कि राफा क्रॉसिंग प्वाइंट तय मंगलवार की समय सीमा के बाद भी काम करता रहा, जिससे उसके कर्मचारियों को लोगों के एक अतिरिक्त समूह को मिस्र की ओर लाने की अनुमति मिली. मंत्रालय ने यह भी कहा कि वह गाजा की आबादी को 21 मीट्रिक टन मानवीय सहायता प्रदान करेगा, जिसमें आपातकालीन प्रकाश व्यवस्था, जनरेटर, दवाएं और खाद्य पदार्थ शामिल हैं.
बयान के मुताबिक ये सामग्री विमान से मॉस्को से मिस्र जाएगी जहां इसे मिस्र की रेड क्रिसेंट सोसाइटी को सौंप दिया जाएगा.
UN ने गाजा में मानवीय संघर्ष विराम की मांग वाला प्रस्ताव अडोप्ट किया
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने गाजा में इजराइल के जमीनी और हवाई हमलों के बीच फलस्तीन के आम नागरिकों की बढ़ती मुश्किलों को कम करने के लिए ‘तत्काल तथा विस्तारित मानवीय संघर्ष विराम’ की मांग वाला एक प्रस्ताव अंगीकार किया है. इजराइल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से संयुक्त राष्ट्र द्वारा अडोप्ट किया गया यह पहला प्रस्ताव है. हालांकि इजराइल ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है.
पंद्रह सदस्यीय सुरक्षा परिषद में इस प्रस्ताव के पक्ष में 12 वोट पड़े। अमेरिका, ब्रिटेन और रूस ने मतदान से दूरी बनाए रखी. इस प्रस्ताव में हमास की ओर से सात अक्टूबर को इजराइल पर अचानक किए गए हमले की निंदा नहीं किए जाने पर अमेरिका और ब्रिटेन ने इससे दूरी बनाई.
हमास के मुताबिक, अस्पताल अब इजरायल के नियंत्रण में है. अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत युद्ध के समय अस्पतालों को सुरक्षा प्रदान की जाती है, लेकिन इजरायल इसके भी खिलाफ तर्क दे रहा है. उसका कहना है कि हमास द्वारा 'शिफा अस्पताल का निरंतर सैन्य उपयोग इसकी अस्पताल के प्रोटेक्डिट स्टेट्स को खतरे में डालता है.' यहां जानिए - इजरायल-हमास युद्ध के लाइव अपडेट्स: -
कतर ने इजरायली एक्शन की निंदा की
कतर ने गाजा के अल-शिफा अस्पताल पर मिलिट्री एक्शन के लिए इजरायली सेना की निंदा की. कतर ने इस कार्रवाई को 'एक युद्ध अपराध और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का घोर उल्लंघन' बताया. कतरी विदेश मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी एक बयान में गाजा पट्टी में अस्पताल पर इजरायली मिलिट्री एक्शन की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की गई. कतर ने 1967 की सीमाओं पर एक स्वतंत्र फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना का समर्थन किया, जिसकी राजधानी पूर्वी येरुशलम हो.
कतर का बयान क्यों अहम है?
बता दें कतर का यह बयान काफी अहमियत रखता है क्योंकि कतर इजराइल-हमास संघर्ष के दौरान दोनों पक्षों के साथ अपने संबंधों के कारण ग्लोबर डिप्लोमेसी में एक प्रमुख भूमिका निभा रहा है.
गैस-समृद्ध कतर ने क्षेत्र में अमेरिका के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक होने के साथ-साथ हमास के साथ संबंध बनाए रखा है. इस बीच, उसने इजराइल के साथ भी बैक-चैनल संपर्क बनाया हुआ है.
हाल ही में, कतर मिस्र और संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ - इजरायल में 7 अक्टूबर के हमलों के दौरान हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को मुक्त कराने के साथ-साथ गाजा से विदेशी नागरिकों को निकालने के लिए समझौतों में मध्यस्थता कर रहा है.
इजराइल ने गाजा के दक्षिण में व्यापक अभियान का संकेत दिया
इजराइली सुरक्षा बलों ने फलस्तीनियों को दक्षिणी गाजा के कुछ हिस्सों से भागने की चेतावनी देते हुए पर्चे गिराए हैं. यह जानकारी निवासियों ने बृहस्पतिवार को दी. यह इजराइली सैनिकों के उस क्षेत्र में हमले के संभावित विस्तार का संकेत है, जहां से अधिकांश आबादी इजराइल की बमबारी और जमीनी हमले से बचने के लिए भाग गई है. इस बीच, इजराइली सैनिकों ने उत्तर में शिफा अस्पताल में तलाशी जारी रखी जो बुधवार तड़के शुरू हुई थी. इजराइली सैनिकों ने कुछ बंदूकें दिखायीं और कहा कि ये एक इमारत में मिलीं लेकिन उन्होंने अभी तक हमास के केंद्रीय कमान सेंटर होने का कोई सबूत जारी नहीं किया है, जिसके बारे में इजराइल ने कहा है कि वह परिसर के नीचे छिपा है. हमास और गाजा के सबसे बड़े अस्पताल के कर्मचारियों ने इन आरोपों से इनकार किया है.
इजराइल ने दक्षिण में अभियान का विस्तार किया
इजराइल ने दक्षिण में अभियान का विस्तार किया है जहां वह पहले से ही प्रतिदिन हवाई हमले करता रहा है. घिरे हुए क्षेत्र में पहले से ही गंभीर मानवीय संकट का खतरा है. गाजा में 15 लाख से अधिक लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हो गए हैं, जिनमें से अधिकांश दक्षिण की ओर भाग गए हैं, जहां भोजन, पानी और बिजली की कमी बढ़ती जा रही है. यह स्पष्ट नहीं है कि वे और कहां जा सकते हैं, क्योंकि मिस्र ने अपने देश में बड़़ी संख्या में शरणार्थियों को लेने से इनकार कर दिया है. फलस्तीनी दूरसंचार प्रदाता के अनुसार यह क्षेत्र बृहस्पतिवार को तब फिर से बाहरी दुनिया से कट गया, जब ईंधन की कमी के कारण सभी संचार सेवाएं बंद हो गईं.
युद्ध अब छठे सप्ताह में
युद्ध अब छठे सप्ताह में है. इसकी शुरुआत 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल में हमास के व्यापक हमले के कारण शुरू हुआ था, जिसमें आतंकवादियों ने 1,200 से अधिक लोगों को मार डाला था, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे. साथ ही आतंकवादियों ने लगभग 240 पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को बंधक बना लिया था. इजराइल ने इसका जवाब हमास को सत्ता से हटाने और उसकी सैन्य क्षमताओं को कुचलने की कसम खाते हुए एक सप्ताह के हवाई अभियान और उत्तरी गाजा पर जमीनी आक्रमण से दिया. फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, हमलों में 11,200 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें से दो-तिहाई महिलाएं और नाबालिग हैं. अन्य 2,700 लोगों के लापता होने की सूचना है, जिनमें से अधिकांश के मलबे में दबे होने की आशंका है.
इजराइल का बड़ा दावा
इजराइल का कहना है कि उसने हजारों लड़ाकों को मार डाला है. युद्ध की वजह से अन्यत्र तनाव बढ़ गया है. बृहस्पतिवार को, बंदूकधारियों ने यरूशलम को कब्जे वाले पश्चिमी तट में इजराइली बस्तियों से जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर एक जांच चौकी पर चार लोगों को गोली मारकर घायल कर दिया. पुलिस के अनुसार, इस घटना में तीन हमलावर मारे गए. पुलिस ने बताया कि हमलावरों के पास असॉल्ट राइफल, हैंडगन और कुल्हाड़ी थीं और वे यरूशलम में बड़े पैमाने पर हमले की तैयारी कर रहे थे. इजराइली सैनिकों ने बुधवार को गाजा के सबसे बड़े अस्पताल में धावा बोला और उसके अंदर और नीचे हमास सदस्यों की तलाश की. उक्त अस्पताल में नवजात शिशुओं और सैकड़ों अन्य रोगियों को बिजली और अन्य बुनियादी आवश्यकताओं के बिना कई दिनों तक परेशानी उठानी पड़ी.
हमास ने क्या कहा
गाजा में हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सैनिकों ने बृहस्पतिवार को अस्पताल के भूमिगत तलों की तलाशी ली और इसके उपकरण चलाने के लिए जिम्मेदार तकनीशियनों को हिरासत में ले लिया. सेना ने कहा कि उसके सैनिक चिकित्सा टीमों के साथ थे जो इनक्यूबेटर और अन्य उपकरण लाये थे. कई दिनों तक शिफा की घेराबंदी के बाद, इजराइल को अपने दावे को साबित करने के लिए दबाव का सामना करना पड़ रहा है कि हमास ने अपने लड़ाकों को छुपाने के लिए वहां मरीजों, कर्मचारियों और नागरिकों का इस्तेमाल किया.
इजराइली सेना ने जारी किया वीडियो
इजराइली सेना ने शिफा के अंदर का एक वीडियो जारी किया जिसमें तीन बैग दिखाए गए. इनके बारे में कहा गया कि इन्हें एमआरआई लैब के आसपास छिपाया गया था तथा प्रत्येक में एक असॉल्ट राइफल, ग्रेनेड और हमास की वर्दी थी. सेना ने कहा कि साथ ही एक कोठरी थी जिसमें कई असॉल्ट राइफलें थीं. एसोसिएटेड प्रेस इजराइल के इस दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सका कि अस्पताल के अंदर हथियार पाए गए.
इजराइल पर गंभीर आरोप
हमास और गाजा के स्वास्थ्य अधिकारी इस बात से इनकार करते हैं कि आतंकवादी शिफा का इस्तेमाल करते हैं. यह एक ऐसा अस्पताल है जिसमें लगभग 1,500 लोग कार्यरत हैं और 500 से अधिक बिस्तर हैं. फलस्तीनियों और मानवाधिकार समूहों ने इजराइल पर नागरिकों को खतरे में डालने का आरोप लगाया है. अस्पताल के अंदर गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी मुनीर अल-बोरश ने कहा कि सैनिकों ने बेसमेंट और अन्य इमारतों में तोड़फोड़ की, और मरीजों, कर्मचारियों और आश्रय लेने वाले लोगों से पूछताछ की और उनके चेहरे स्कैन किये. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि शनिवार को शिफा के आपातकालीन जनरेटर का ईंधन खत्म होने के बाद से तीन शिशुओं सहित 40 मरीजों की मौत हो गई है. अन्य 36 शिशुओं की स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं है, जिनके बारे में मंत्रालय ने पहले कहा था कि उनकी मृत्यु का खतरा है.