चीन (China) में कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party) का शासन है और वहां लोकतंत्र की कोई जगह नहीं है. Jack Ma की ये बातें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को बिल्कुल पसंद नहीं आईं और यहीं से इनके बीच मनमुटाव शुरू हो गया.
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नई दिल्ली: भारतीय सेना चीन का मजबूती से जवाब दे रही है. लेकिन चीन की सरकार से अगर उनका कोई अपना भी सवाल पूछे तो ये बात उन्हें पसंद नहीं आती है. ऐसे ही एक व्यक्ति हैं, चीन के सबसे अमीर शख्स रह चुके जैक मा (Jack Ma).
उन्होंने कहा है- 'कभी हार मत मानो. आज कठिन है, कल और भी बदतर होगा. लेकिन परसों धूप खिलेगी. '
जैक मा (Jack Ma) दुनिया की प्रसिद्ध ऑनलाइन कंपनी Alibaba ग्रुप के मालिक हैं. पूरा विश्व उन्हें कम पैसों से बड़ी कंपनियां बनाने वाले Start Up मॉडल का आदर्श मानता है. लेकिन Jack Ma की पिछले 2 महीने से कोई ख़बर नहीं है. बहुत समय से उन्हें किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नहीं देखा गया है. जैक मा (Jack Ma) और चीन सरकार (China) के बीच पिछले कुछ दिनों से रिश्ते अच्छे नहीं हैं. उनकी गुमशुदगी को इस नाराज़गी से जोड़कर देखा जा रहा है.
पिछले वर्ष 24 अक्टूबर को जैक मा ने कहा था कि चीन के सरकारी बैंकों को इंट्रेस्ट यानी ब्याज़ कमाने की आदत है और वो सूदखोर हैं. जैक मा ने कम्युनिस्ट सरकार से ऐसे बैंकिंग सिस्टम में बदलाव करने को कहा था, जो कि कारोबार में नई कोशिशों को रोकने का काम करते हैं. जैक मा Jack Ma ने सुधार की बात की, तो चीन की सरकार के दुश्मन बन गए. जैक मा खुद चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य हैं. चीन में कई बार देखा गया है कि कोई व्यक्ति जब सरकार की आलोचना करता है, तब वहां की सरकार उसके ख़िलाफ़ कड़े फैसले लेने से नहीं हिचकती है. चीन की सरकार ये लिए ये बिल्कुल मायने नहीं रखता कि वो किस पार्टी का सदस्य है या फिर वो कितना ताकतवर है.
- चीन में कम्युनिस्ट पार्टी का शासन है और वहां लोकतंत्र की कोई जगह नहीं है. Jack Ma की ये बातें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को बिल्कुल पसंद नहीं आईं और यहीं से इनके बीच मनमुटाव शुरू हो गया.
- कुछ दिनों पहले Jack Ma की कंपनी ANT Group ने दुनिया का सबसे बड़ा IPO लाने की घोषणा की थी. IPO एक ऐसी प्रक्रिया है जिसकी मदद से कोई प्राइवेट कंपनी अपनी हिस्सेदारी जनता को देती है और बदले में पैसा लेती है. लेकिन इस काम के 2 दिन पहले 2 लाख 76 हज़ार करोड़ रुपए के इस IPO को रद्द कर दिया गया.
-ये दावा किया गया कि उनकी कंपनी के IPO को रद्द करने का आदेश चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ही दिया था. Jack Ma के कुछ शब्दों की वजह से उनकी एक और कंपनी ANT Group को करोड़ों रुपए का नुकसान हो गया.
-इतना ही नहीं Jack Ma जो चीन का नाम दुनिया में ले गए, उन्हें विदेश जाने से रोक दिया गया.
इन तीन घटनाओं से समझा जा सकता है कि चीन में कम्युनिस्ट सरकार से असहमति रखना कितना बड़ा अपराध है. कड़ी मेहनत सफलता की गारंटी होती है, लेकिन सफलता कब मिलेगी, इसका अनुमान लगाना मुश्किल है. Jack Ma का एक मशहूर Quote है- 'हमारे पास कभी भी पैसों की कमी नहीं होती. हमारे पास कमी होती है, सपने देखने वाले लोगों की, उन लोगों की जो अपने सपनों के लिए मर सकें.'
Jack Ma चीन के उन लोगों में हैं, जिन्होंने सफलता का न सिर्फ सपना देखा, बल्कि उसे हासिल भी किया. वर्ष 2011 में उनकी संपत्ति 117 अरब रुपये थी. लेकिन 10 वर्ष के भीतर ही उनकी संपत्ति 36 गुना से ज़्यादा हो गई. इस वक्त उनकी कुल संपत्ति 58.4 बिलियन डॉलर यानी 4 हज़ार 266 अरब रुपये है.
Jack Ma E-Commerce कंपनी Alibaba ग्रुप के मालिक हैं. जिसमें alibaba.com, aliExpress, ANT Group जैसी करीब 15 कंपनियां हैं. सितंबर 2019 में उन्होंने अपनी कंपनी Alibaba से रिटायरमेंट ले लिया था और Executive Chairman का पद छोड़ दिया था. एक वक्त में चीन की आर्थिक तरक्की में बड़ा योगदान Jack Ma का भी था. वर्ष 2016 में उन्हें ग्लोबल गेम चेंजर भी कहा गया.
चीन में उनकी कंपनियां कितनी ज़्यादा कामयाब हैं, इसे आप पिछले वर्ष के Singles' Day Sale से भी समझ सकते हैं.
- चीन की E-commerce कंपनी Alibaba ने इस सेल में सिर्फ 11 दिनों में ही 5 लाख 52 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक का बिजनेस किया, जो कि वर्ष 2019 के मुकाबले लगभग दोगुना था.
- एक वक्त ऐसा भी आया जब Alibaba को हर एक सेकेंड में 5 लाख 83 हज़ार ऑर्डर मिल रहे थे.
ये आंकड़े बताते हैं कि चीन में Jack Ma की कंपनी कितनी सफल है. लेकिन चीन में कोई व्यक्ति तभी सफल रह सकता है. जब तक उसका कम्युनिस्ट पार्टी से विवाद न हो. Jack Ma भी शायद चीन की इसी प्रथा के शिकार बन गए हैं.
चीन की सरकार द्वारा वहां के बिजनेसमैन को निशाना बनाने की ये पहली घटना नहीं है. एक बार वहां के एक उद्योगपति ने शी जिनपिंग को 'गंवार' कह दिया था और उस बिजनेसमैन को 18 वर्षों के लिए जेल की सज़ा हुई.
- जनवरी 2015 में Founder Securities के चेयरमैन रह चुके Lei Jie (लाई झी) अचानक लापता हो गए थे. बाद में खबर आई कि वो जेल में हैं. उन्हें इसी शर्त पर रिहा किया गया कि वो बाहर आने के बाद अपने खिलाफ जारी जांच में सहयोग करेंगे. बाद में उन्हें कंपनी के चेयरमैन पद और बोर्ड से हटा दिया गया.
-दिसंबर 2015 में चीन के Waren Buffet कहे जाने वाले Fosun Group (फोसुन ग्रुप) के Chief Executive Guo Guangchang (गुओ गुआंगचांग) भी लापता हुए थे. बाद में वो अमेरिका में मिले.
-जनवरी 2016 में Changjiang Securites (चांगझियांग सिक्योरिटीज़) के पूर्व चेयरमैन Yang Zezhu (यांग झेझू) ने 12वीं मंज़िल से छलांग लगाकर खुदकुशी कर ली थी. उस वक्त उनके ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच चल रही थी.
हमने ये आंकड़े आपको इसलिए बताए, क्योंकि चीन में असंतुष्टों से अनहोनी की आशंका हमेशा से बनी रहती है. Jack Ma कहां हैं, क्यों गायब हैं, किस हालत में हैं, शायद वो ही बता सकते हैं या फिर चीन की सरकार को उनके बारे में पता है.
Jack Ma ने अपने Twitter Account से आख़िरी बार 10 अक्टूबर को Tweet किया था. जिसमें उन्होंने लिखा कि वो Climate Change की चुनौतियों से मुकाबले के लिए The Earthshot Prize से जुड़ने पर गर्व महसूस कर रहे हैं.
इससे पहले उन्होंने 19 अगस्त को ट्वीट किया था. Jack Ma ने तब टीवी शो Africa's Business Heroes के 20 Finalist को शुभकामनाएं दी थी और उन्होंने लिखा कि वो इनसे मुलाकात के लिए इंतज़ार नहीं कर सकते. Jack Ma खुद इस शो के जज भी थे, लेकिन नवंबर महीने में वो इस शो के Grand Finale में नहीं गए.
चीन की सरकार की ओर से अब तक Jack Ma के बारे में कुछ भी नहीं कहा गया है. चीन की मीडिया पर भी वहां की कम्युनिस्ट सरकार का नियंत्रण है. चीन से वही खबरें बाहर आती है, जो वहां की सरकार चाहती है. चीन सरकार के ख़िलाफ़ असंतोष की आवाज़ को दबा दिया जाता है या फिर ऐसी ख़बरों का पता ही नहीं चलता. लेकिन Jack Ma के मामले में क्या हुआ है, इसकी सच्चाई सामने आना बाकी है.