Denmark: नॉर्ड स्ट्रीम पाइप लाइन के बगल में सिलेंडर नुमा वस्तु करीब 16 इंच लंबी और 4 इंच व्यास की है. फिलहाल ये नहीं पता कि ये किस तरह की वस्तु है और क्या इसका काम है और न ही उसके व्यवहार के बारे में पता है.
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Denmark cost: डेनमार्क के समुद्री इलाके में एक रहस्ययी चीज देखने के बाद वहां पर हड़कंप मच गया है. रक्षा मंत्रालय और उनकी ऊर्जा एजेंसी ने नॉर्ड स्ट्रीम पाइप लाइन के पास एक रहस्यमयी वस्तु देखी है. अब डेनमार्क जांच कर रहा है कि आखिर ये वस्तु क्या है और इस वस्तु तक कैसे पहुंचा जाए. इस वस्तु को बाहर निकालने के लिए काफी योजनाएं बनाई जा रही हैं. डेनमार्क का कहना है कि उसे शक है कि रूस ने पाइपलाइन को उड़ाने के लिए कोई हथियार लगाया हुआ है या फिर ये कोई जासूसी यंत्र है. डेनमार्क के पड़ोसी देश स्कैंडिनेविया में रूस की गतिविधियां बढ़ी हुई है.
16 इंच लंबी और 4 इंच व्यास की है
नॉर्ड स्ट्रीम पाइप लाइन के बगल में सिलेंडर नुमा वस्तु करीब 16 इंच लंबी और 4 इंच व्यास की है. फिलहाल ये नहीं पता कि ये किस तरह की वस्तु है और क्या इसका काम है और न ही उसके व्यवहार के बारे में पता है. जब ये वस्तु बाहर निकलेगी उसके बाद ही इसका सही पता लग पाएगा. डेनमार्क की सरकार ने नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन की मरम्मत करने के निर्देश दिए हैं.
चेतावनी संदेश भेजने का काम करता है
इस रहस्यमयी चीज को शुरुआती जांच में देखने के बाद लग रहा है कि ये कोई मैरिटाइम स्मोक बुवॉय है जो कि बुरी स्थिति में चेतावनी संदेश भेजने का काम करता है. वहीं नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइन के मालिकों ने डेनमार्क की सरकार का साथ देने का वादा किया है. रूस की सरकार समाचार एजेंसी टीएएसएस ने भी रिपोर्ट किया है कि रूस के अधिकारी डेनमार्क के इस कदम से खुश है और वे इसका स्वागत करते हैं, ताकि सच्चाई का खुलासा हो सके. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले हफ्ते एक इंटरव्यू में कहा था कि गैजप्रोम को पाइपलाइन के कुछ हिस्सों का सर्वे करने को कहा गया है क्योंकि अभी जहां पर रहस्यमयी वस्तु मिली है वहां से करीब 29 किलोमीटर दूर विस्फोटक मिला था.
नॉर्ड स्ट्रीम पाइप लाइन क्या है
नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन तेल सप्लाई की पाइप है जो समुद्र के नीचे बिछाई गई है. इसमें दो पाइप लाइंस है. इसे बनाने का काम साल 2011 में पूरा हुआ था. नॉर्ड स्ट्रीम-1 रूस के वायबोर्ग के लेनिनग्राद से जर्मनी के ग्रिफ्सवॉल्ड के पास लुबमिन तक जाती है. नॉर्ड स्ट्रीम-2 जो लेनिनग्राद में उस्त-लुगा से होकर लुबमिन पहुंचती है. इसकी पूरी तरह से चालू होने के बाद इसमें प्रतिवर्ष 55 बिलियन क्यूबिक मीटर गैस को ले जाने की क्षमता रूस के पास है.
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