Monkeypox News: अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या मंकीपॉक्स शारीरिक संबंध बनाने से भी फैल सकता है. लोगों के इस भ्रम को डब्ल्यूएचओ के प्रमुख डॉ टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस और कई एक्सपर्ट्स ने दूर किया है.
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Monkeypox Virus: दुनिया कोरोना महामारी से जूझ ही रही है कि अब नई बीमारी मंकीपॉक्स ने दस्तक दे दी है. भारत में इसके मामलों में बढ़ोतरी जारी है. देश में मंकीपॉक्स के अब तक 4 केस सामने आ चुके हैं. अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या मंकीपॉक्स शारीरिक संबंध बनाने से भी फैल सकता है. लोगों के इस भ्रम को डब्ल्यूएचओ के प्रमुख डॉ टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने दूर किया है. उन्होंने कहा कि यह बीमारी केवल पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में ही सामने आई है, खासकर उन लोगों में जिनके कई यौन साथी रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा, इसलिए यह आवश्यक है कि सभी देश पुरुषों के समुदायों के साथ मिलकर काम करें, जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं. प्रभावी जानकारी और सेवाओं को वितरित करते रहें और ऐसे उपायों को अपनाएं जो प्रभावित समुदायों के स्वास्थ्य, मानवाधिकारों और गरिमा की रक्षा करते हैं.
डॉक्टर राम मनोहर लोलिया हॉस्पिटल में त्वचा रोग विभाग के प्रमुख डॉ. करीब सरदाना ने भी टाइम्स ऑफ इंडिया में लिखे लेख में लोगों को मंकीपॉक्स से जुड़ी जानकारी दी. उन्होंने लोगों को सुरक्षित सेक्स की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि मंकीपॉक्स और अनसेफ सेक्स के बीच संबंध सामने आ रहा है.
डॉ. करीब सरदाना ने आगे बताया कि जर्नल ऑफ मेडिकल वायरोलॉजी ने यूरोप और यूके के छह क्लस्टर के विश्लेषण में पाया है कि यह संक्रमण अधिकतर पुरुषों को हुआ है और चेहरे, पैर या हाथ से अधिक गुदा और अन्य गुप्तांगों पर इसका असर देखा गया है. यूके और न्यूयॉर्क सिटी के डेटा के बाद सेक्सुअल कॉन्टैक्ट को लेकर गाइडलाइंस जारी किए जा रहे हैं. खासतौर पर कंडोम के इस्तेमाल की सलाह दी जा रही है.
उन्होंने कहा है कि संक्रमण फैलने का एकमात्र रास्ता नहीं है, बल्कि किसी भी तरह से करीबी संपर्क से यह संक्रमण फैल सकता है. एक अन्य विशेषज्ञ डॉ दीपाली भारद्वाज (वरिष्ठ त्वचा विशेषज्ञ) ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि मंकीपॉक्स सेक्स से फैल सकता है. आइसोलेशन ही इसका इलाज है. उन्होंने फेस मास्क, हाथ की स्वच्छता और सामाजिक दूरी के उपयोग पर जोर दिया.
क्या है मंकीपॉक्स?
मंकीपॉक्स एक वायरल जूनोटिक बीमारी है जिसमें चेचक के समान लक्षण होते हैं. ये वेरियोला वायरस के परिवार का एक हिस्सा है, जो जीनस ऑर्थोपॉक्सवायरस से संबंधित है. इस वायरस से संक्रमित शख्स के संपर्क में आने से यह दूसरे शख्स तक पहुंचता है. मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति को छूने के अलावा उसके कपड़े, टॉवल, बिस्तर आदि साझा करने पर भी यह संक्रमण फैलता है.
मंकीपॉक्स के लक्षण
मंकीपॉक्स के लक्षण संक्रमित होने के 5 से 21 दिन के भीतर दिखाई पड़ते हैं. संक्रमित व्यक्ति को तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर दर्द, कमर दर्द, ठंड लगना और थकावट जैसे प्राथमिक लक्षण दिखाई पड़ते हैं. इसके बाद शरीर पर चकते और लाल दाने दिखाई पड़ते हैं. चेहरे के अलावा शरीर के दूसरे हिस्सों पर भी यह दिखाई देते हैं.
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