Telangana Chunav: जनता किसे सिरआंखों पर बैठाएगी, यह तो 3 दिसंबर यानी नतीजे वाले दिन ही पता चलेगा. मगर उससे पहले जनता की नब्ज पकड़ने के लिए ZEE NEWS ने MATRIZE के साथ मिलकर ओपिनियन पोल किया है, जिसमें जनता से कुछ सवाल पूछे गए. आइए आपको बताते हैं कि जनता के मन में आखिर क्या है.
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Telangana Assembly Election Opinion Poll: तेलंगाना में चुनावी अखाड़ा तैयार हो चुका है. उम्मीदवारों की फौज जनता-जनार्दन पर वादों की बौछार करके वोट मांगने में जुट गई है. लेकिन गद्दी किसे मिलेगी. जनता किसे सिरआंखों पर बैठाएगी, यह तो 3 दिसंबर यानी नतीजे वाले दिन ही पता चलेगा. मगर उससे पहले जनता की नब्ज पकड़ने के लिए ZEE NEWS ने MATRIZE के साथ मिलकर ओपिनियन पोल किया है, जिसमें जनता से कुछ सवाल पूछे गए. आइए आपको बताते हैं कि जनता के मन में आखिर क्या है. तेलंगाना के इस ओपिनियन पोल को लेकर ZEE NEWS के साथ विभिन्न एक्सपर्ट्स जुड़े, जिन्होंने इस पर अपनी-अपनी राय रखी. इन पैनलिस्ट में चुनाव विश्लेषक मनोज सिंह, वरिष्ठ पत्रकार जी श्रीदाथन, बीआरएस के नेता डॉ. दासोजु श्रवण और बीजेपी प्रवक्ता श्वेता शालिनी शामिल थे.
जब तेलंगाना की जनता से पूछा गया कि वर्तमान मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव का कार्यकाल कैसा रहा? तो करीब 26 प्रतिशत जनता ने बहुत बेहतर में जवाब दिया. जबकि 36 फीसदी लोगों ने संतोषजनक बताया. वहीं बेहद खराब कहने वालों की तादाद 26 फीसदी रही. जबकि 17 फीसदी लोगों का कोई मत नहीं था.
सीएम के लिए पहली पसंद कौन?
जनता से अगला सवाल था कि तेलंगाना के सीएम पद के लिए पसंद कौन है तो करीब 36 फीसदी जनता ने मौजूदा मुख्यमंत्री केसीआर का नाम लिया. जबकि 18 फीसदी ने रेवंती रेड्डी का नाम लिया. केसीआर के बेटे केटी रामा राव का नाम लेने वाले 9 फीसदी लोग थे. वहीं के कविता को 5 फीसदी लोगों ने पद के लायक माना.
जब लोगों से पूछा गया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का कामकाज कैसा रहा तो तेलंगाना के लोगों के जवाब ने चौंका दिया. 23 फीसदी लोगों ने कहा कि मोदी सरकार ने शानदार काम किया है. जबकि 31 फीसदी लोगों ने कामकाज तो संतोषजनक बताया. जिन लोगों को सरकार का काम बेहद खराब लगा, उनकी तादाद 37 फीसदी थी. जबकि 9 फीसदी लोगों का कोई मत नहीं था.
तेलंगाना में कौन है सीएम पद की पहली पसंद? |
के चंद्रशेखर राव | 36 फीसदी |
रेवंती रेड्डी | 18 फीसदी |
केटी रामाराव | 9 फीसदी |
के कविता | 5 फीसदी |
केंद्र सरकार का कैसा रहा कामकाज? |
शानदार काम | 23 फीसदी |
संतोषजनक कामकाज | 31 फीसदी |
बेहद खराब | 37 फीसदी |
कोई मत नहीं | 9 फीसदी |
किस पार्टी को कितनी सीटें?
ZEE NEWS MATRIZE ओपिनियन पोल में यह भी मालूम करने की कोशिश की गई कि किस पार्टी को तेलंगाना में कितनी सीटें मिल सकती हैं. तो 119 विधानसभा सीटों वाले तेलंगाना में सत्ताधारी पार्टी भारत राष्ट्र समिति को 70-76 सीटें मिल सकती हैं. जबकि कांग्रेस को 27-33, बीजेपी को 5-8, AIMIM को 6-7 सीटें मिल सकती हैं. सरकार बनाने के लिए 60 सीटों की जरूरत होती है. यानी केसीआर एक बार फिर मुख्यमंत्री बन सकते हैं. वोट प्रतिशत की बात करें तो बीआरएस को 43 फीसदी वोट मिल सकते हैं. जबकि कांग्रेस को 36 फीसदी, बीजेपी को 13 फीसदी, AIMIM को 4 फीसदी और अन्य को 4 फीसदी वोट मिल सकते हैं.
तेलंगाना में एक ही चरण में 30 नवंबर को मतदान होना है. नतीजे तीन दिसंबर को जारी किए जाएंगे. इस बार कांग्रेस और बीजेपी से तेलंगाना में सत्ताधारी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को कड़ी टक्कर मिल सकती है. साल 2018 में जो चुनाव हुए थे, उसमें बीआरएस (उस वक्त टीआरएस) को 88 सीटें हासिल हुई थीं. वहीं कांग्रेस को 19, बीजेपी को 1 और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को सात सीटों पर विजय मिली थी.