यहां की ट्रेन स्ट्रीट हमेशा से एक मशहूर टूरिस्ट डेस्टिनेशन रही है. विदेशों की सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें अक्सर वायरल होती रहती हैं. इस ट्रेन को चलाने वाला सिस्टम आज भी बिना किसी गलती के काम करता है. यही वजह है कि इसके रेल ट्रैक पर या पटरियों के किनारे भी सेल्फी लेने वालों या फोटो खिंचवाने वाले लोगों की लाइन लगी रहती है.
ये पूरी जगह लंबे समय से हनोई की सबसे फेवरेट टूरिस्ट साइट रही है. सैलानियों के अलावा ये जगह सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले नेटिजंस की भी पसंदीदा जगह है. पहले दुनिया के कई देशों में ऐसी ट्रेन चलती थी पर अब कुछ जगह ही ये अपने अस्तित्व में है. इसका रेलवे ट्रैक आज भी काम करता है. रेल की पटरियों पर ट्रेन आज भी दौड़ती है. हालांकि कभी-कभार यहां आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ जाती है जो पटरियों पर बैठकर या रेल ट्रैक पर लेटकर पोज देते हुए फोटोग्राफी कराना पसंद करते हैं.
दिन हो या रात लोगों की चहल पहल से गुलजार रहने वाले इस इलाके को लेकर हाल ही में आए एक सरकारी आदेश ने स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ा दी है. दरअसल यहां अतीत में भीड़-भाड़ की वजह से कोई खास लोकेशन कवर करने को लेकर लोगों के बीच धक्का-मुक्की तक हो चुकी है. खासकर तीन साल पहले 2019 में यहां सामने आए कुछ घटनाक्रमों के बाद हनोई का स्थानीय प्रशासन रेल ट्रैक के नजदीक खुले रेस्टोरेंट्स, कॉफी कैफे और अन्य दुकानों के साथ यहां से संचालित होने वाली किसी भी तरह की व्यवसायिक गतिविधियों पर प्रतिबंध का समर्थक रहा है.
'वियतनाम न्यूज' में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक यहां से संचालित होने वाली सभी बिजनेस गतिविधियों को बंद करने के लिए यहां की सरकार सख्त कदम उठा चुकी है.
दरअसल स्थानीय प्रशासन की सिफारिश पर ट्रेन स्ट्रीट के लिए जारी हुए सभी बिजनेस लाइसेंस रद्द करने का फैसला सरकार ने लिया है. सरकारी सख्ती से पहले प्रशासन ने यहां पर मौजूद कैफे के संचालकों को अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद करने की डेडलाइन दी है.
ट्रेन स्ट्रीट पर मौजूद सभी दुकानों को बंद करने के लिए सभी को 17 सितंबर तक का समय दिया गया है. इसके साथ ही हनोई की पुलिस और प्रशासन यहां आने वाले सैलानियों को रोकने के लिए सख्ती करने का मन बना चुका है. इसके लिए बैरिकेड्स की संख्या बढ़ाई गई है. आपको बताते चलें कि इस ट्रेन सेवा का संचालन करने वाले वियतनाम रेलवे कॉरपोरेशन ने हाल ही में प्रस्ताव दिया था कि 'ट्रेन स्ट्रीट' के साथ कैफे चलाना, फोटो शूट करना या वीडियो फिल्माना एक दंडनीय अपराध घोषित होना चाहिए.
यहां काम कर रहे लोगों का कहना है कि उन्हें चंद दिनों का नोटिस देकर कारोबार समेटने को कह दिया गया. इस फैसले से न सिर्फ कारोबारी बल्कि उन स्थानीय लोगों की कमाई पर भी असर पड़ेगा तो विदेशी सैलानियों को अपने घर में पेइंग गेस्ट या कोई अन्य सुविधा मुहैया कराकर उनसे कमाई करते थे. ट्रैक के आस-पास जिनके घर हैं उनकी भी मिली जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. यहां के लोग आजीविका के लिए सैलानियों पर निर्भर हैं. इसलिए सरकारी फैसले से निराश हैं. इनका कहना है कि पर्यटन से होने वाली आय से उनके घर का खर्च चलता है. यहां के बिजनेस से उनकी जिंदगी बेहतर हुई है. ऐसे में इस बंदी का सीधा असर उनकी कमाई और रोजगार दोनों पर पड़ेगा.
(Photo: Social Media)
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