कभी नहीं देखा होगा ऐसा जबरदस्त कूलर! बिना बिजली के कमरे को कर देगा AC जितना ठंडा
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कभी नहीं देखा होगा ऐसा जबरदस्त कूलर! बिना बिजली के कमरे को कर देगा AC जितना ठंडा

AC-Cooler की जरूरत गर्मियों से लेकर बरसात तक, साल के लगभग 7-8 महीनों के लिए पड़ती है. इनसे कमरा ठंडा तो हो जाता है लेकिन बिजली की खपत और उससे बिजली का बिल काफी बढ़ जाता है. ऐसे में, हम आपको आज एक ऐसे कूलर के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके कमरे को फटाफट एसी जितना ठंडा कर देगा लेकिन इसकी खासियत यही है कि ये बिल्कुल भी बिजली का इस्तेमाल नहीं करेगा. आइए जानते हैं कि ये कूलर कैसे काम करेगा और यह किसने बनाया है..

 

प्रतीकात्मक फोटो

Radiative Cooler gives AC Cooling without Electricity: गर्मी का मौसम हो या फिर बरसात का सीजन, घर में बिना एसी-कूलर के काम नहीं चल पाता है. जहां दिनभर एसी इस्तेमाल करना इसलिए मुमकिन नहीं है क्योंकि इससे बिजली का बिल काफी बढ़ जाता है तो वहीं कूलर एसी जितनी बिजली नहीं इस्तेमाल करता पर वैसी कूलिंग नहीं दे पाता है. अगर इस दुविधा ने आपको भी परेशान किया हुआ है तो हम आपको आज एक ऐसे कमाल के कूलर के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आपका कमरा ऐसा ठंडा होगा जैसे आपने एसी चलाया हो. खास बात यह है कि कूलिंग करने के लिए इस कूलर को बिजली की बिल्कुल जरूरत नहीं पड़ेगी. आइए जानते हैं कि ये कूलर कहां बना है और कैसे काम करता है.. 

  1. बिजली का बिल कैसे कम करें 
  2. रेडीएटिव कूलर क्या है 
  3. बिना बिजली के काम करने वाले कूलर 

कभी नहीं देखा होगा ऐसा जबरदस्त कूलर!

अगर आप सोच रहे हैं कि हम किस कूलर की बात कर रहे हैं तो आपको बता दें कि इसको भारत में भी तैयार किया गया है. यहां 'रेडीएटिव कूलर' (Radiative Cooler) की बात हो रही है. इस कूलर के कूलिंग सिस्टम की तकनीक को भारत में, आईआईटी, गुवाहाटी (IIT Guwahati) के रिसर्चर्स ने तैयार किया है; इसे आप बिना बिजली के इस्तेमाल कर सकते हैं और एसी जैसी कूलिंग का मजा उठा सकते हैं. 

बिना बिजली के मिलेगी एसी जैसी कूलिंग 

आईआईटी, गुवाहाटी के रिसर्चर्स का यह कहना है कि यह 'रेडीएटिव कूलर' (Radiative Cooler) में जो कोटिंग मैटेरियल है, उसका इस्तेमाल छतों पर किया जा सकता है और इस यह रेडीएटिव कूलर एसी का एक अच्छा ऑल्टरनेटिव हो सकता है. पैसिव रेडीएटिव कूलिंग सिस्टम उस हीट से काम करते हैं जो वो इंफ्रारेड रेडीएशन्स के रूप में आस-पास ऐब्सॉर्ब की जाती है. आपको बता दें कि ये कूलर आमतौर पर केवल रात को अच्छी तरह काम करते हैं और दिन में काम करने के लियए इन्हें सोलर रेडीऐशन भी रिफ्लेक्ट करने होंगे. फिलहाल दिन में इनकी कूलिंग को बेहतर करने पर काम किया जा रहा है. 

आपको बता दें कि फिलहाल इस कूलर को खरीदा नहीं जा सकता है, अभी इसकी तकनीक को पूरी तरह डिवेलप नहीं किया जा सका है, प्रक्रिया जारी है. 

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