Google ने इजरायल के साथ अपने प्रोजेक्ट निंबस के विरोध में प्रदर्शन करने वाले 28 कर्मचारियों को निकाल दिया है. इन कर्मचारियों ने हाल ही में Google के दो दफ्तरों में धरना दिया था. Google का कहना है कि ऐसे व्यवहार की कंपनी में कोई जगह नहीं है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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Google ने इजरायल के साथ अपने क्लाउड कंप्यूटिंग कॉन्ट्रैक्ट, जिसे प्रोजेक्ट निंबस कहते हैं, उसके विरोध में प्रदर्शन करने वाले 28 कर्मचारियों को निकाल दिया है. इन कर्मचारियों ने हाल ही में Google के दो दफ्तरों में धरना दिया था. मंगलवार को कुछ कर्मचारियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया था क्योंकि वो 8 घंटे से ज्यादा समय तक Google Cloud के CEO थॉमस कुरियन के ऑफिस से बाहर निकलने को तैयार नहीं थे. इन प्रदर्शनकारियों को निकालने की खबर गिरफ्तारी के बाद आई है. The Verge के अनुसार, Google का कहना है कि ऐसे व्यवहार की कंपनी में कोई जगह नहीं है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
गूगल ने 28 कर्मचारियों को किया फायर
एक रिपोर्ट के मुताबिक, Google ने 28 कर्मचारियों को "प्रोजेक्ट निंबस" नाम के एक प्रोजेक्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए निकाल दिया है. The Verge नाम की वेबसाइट ने कंपनी का एक अंदरूनी दस्तावेज़ हासिल कर लिया है, जिसमे ग्लोबल सिक्योरिटी के हेड, क्रिस राकोव ने कर्मचारियों को ऐसे प्रदर्शनों के खिलाफ चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि कंपनी इस तरह की हरकतों को बर्दाश्त नहीं करेगी. दस्तावेज के मुताबिक, कुछ कर्मचारियों ने न्यूयॉर्क और सनीवेल स्थित Google के दफ्तरों में धरना दिया था. दस्तावेज में लिखा है कि 'उन्होंने ऑफिस की जगहों को घेर लिया, कंपनी की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और दूसरे कर्मचारियों के काम में बाधा डाली.'
क्रिस राकोव ने फिर इन कर्मचारियों के व्यवहार को 'गैर-मंजूर और बहुत परेशान करने वाला" बताया, जिसने 'दूसरे सहकर्मियों को डरा दिया.' उन्होंने आगे बताया कि इन कर्मचारियों की जांच की गई और उनके कंप्यूटर सिस्टम तक पहुंच बंद कर दी गई. राकोव ने कहा, 'जो लोग ऑफिस छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और हमारे दफ्तरों से निकाल दिया गया.'
बोले- जांच जारी है...
क्रिस राकोव ने अपने दस्तावेज में आगे लिखा कि जांच के बाद विरोध प्रदर्शन में शामिल पाए गए 28 कर्मचारियों को निकाल दिया गया है. उन्होंने कहा कि 'हम जांच जारी रखेंगे और जरूरत के हिसाब से कदम उठाएंगे. इस तरह का व्यवहार हमारे दफ्तर में मंजूर नहीं है और हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. यह साफ तौर पर कई नियमों का उल्लंघन है जिनका पालन हर कर्मचारी के लिए जरूरी है. इन नियमों में हमारा आचरण संहिता, दफ्तर में तंग करने, भेदभाव करने और बदला लेने से जुड़े नियम, काम करने के तरीके के नियम और दफ्तर से जुड़ी शिकायतों के नियम शामिल हैं.'