Most Expensive Tree: यह बहुत ही कम लोगों को पता होगा कि दुनिया में एक पेड़ करोड़ों रुपये में बिकता है. यह न तो कोई घना छायादार पेड़ है और न ही इससे कोई लाइलाज बीमारी ठीक होती है, तो क्यों है इतना महंगा. आइए जानते हैं यहां...
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Most Expensive Tree: दुनिया में सबसे महंगी लकड़ी अफ्रीकन ब्लैकवुड है. वहीं, महंगी लकड़ी का नाम आते ही भारतीयों के जेहन में सबसे पहले चंदन या सागौन का ख्याल आता है. आज हम आपको एक ऐसे पेड़ के बारे में बताने जा रहे हैं, जो न तो फल देता है और न हीं उससे लकड़ी मिलती है, इसके बावजूद भी वह दुनिया का सबसे महंगा पेड़ है. एक ऐसा पेड़ जिसकी कीमत हमारे अधिकतम अंदाजे से भी कई गुना अधिक है. ज्यादातर लोगों को इसके बारे में नहीं पता है. आइए जानते हैं ऐसा कौन सा अनोखा पेड़ है और क्यों इतना मूल्यवान हैं ये पेड़...
हालांकि, यह इकलौता पेड़ नहीं है, जिसकी कीमत करोड़ों रुपये है. एक और छोटा पेड़ है जो 10 करोड़ रुपये से भी अधिक में बिक चुका है. इस पेड़ की आयु बढ़ने के साथ-साथ कीमत भी बढ़ती जाती है.
इतने में बिका जापानी बोनसाई पेड़
जापान के बोनसाई पेड़ जापानी वाईट पाइन ट्री की बात कर रहे हैं. यह पेड़ न तो फल देता और न इसकी लकड़ी किसी काम में ली जा सकती है, लेकिन फिर भी इसके दाम हजारों रुपये से लेकर करोड़ों रुपये तक हो सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक का सबसे महंगा बोनसाई पेड़ जापान के ताकामात्सु में 13 लाख डॉलर यानी कि 10.74 करोड़ रुपये में बिका है.
ना फल देता है और ना ही लकड़ी
बोनसाई ट्री को छोटे से बर्तन में उगाया जा सकता है, जिसकी हाइट 2 फीट तक होती है. इन पेड़ों के मंहगे होन के पीछे की वजह यह बताई जाती है कि बोनसाई को पेड़ की तरह नहीं, बल्कि आर्ट की तरह देखा जाता है. जैसे एक बेहतरीन पेंटिंग को ही ले लीजिए, जिसमें कारीगरी के लिए वर्षों की मेहनत लगती है.
इस काम आता है बोनसाई पेड़
कहते हैं कि अब भी 300 से 400 साल पुराने बोनसाई पेड़ देख जा सकते हैं. इन छोटे पेड़ों की ग्रोथ से आप उम्र का अंदाजा लगा सकते हैं. हालांकि, वर्षों पुराने होने के बावजूद ये पेड़ अपनी जड़े और टहनियां बहुत कम एरिया में फैलाते हैं. यही वजह है कि घरों की सजावट के लिए सबसे सही माने जाते हैं.
जापान से मिली प्रसिद्धी
विश्व में सैकड़ों साल पुराने बोनसाई ट्री मौजूद हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक 800 साल पुराने बोनसाई ट्री आज भी देखें जा सकते हैं. इस कला का जन्म चीन में जरूर हुआ, लेकिन पूर दुनिया में पहचान जापान से ही मिली. बोनसाई ट्री सदियों पुरानी कला है, इसकी उम्र के आधार पर इतने दाम लगते हैं. साथ ही उसका डिजाइन भी उसकी कीमत तय करन के लिए बहुत हद कर प्रभावी होता है.