Witch: क्या हमारे आसपास ही रहती हैं चुड़ैलें, 10 में से चार लोगों का सनसनीखेज जवाब
Advertisement

Witch: क्या हमारे आसपास ही रहती हैं चुड़ैलें, 10 में से चार लोगों का सनसनीखेज जवाब

Witch Story: क्या आपने कभी किसी चुड़ैल को देखा है. इसका जवाब हां और ना दोनों में मिलेगा लेकिन इसमें कितनी सच्चाई है, इस सवाल के जवाब में अलग अलग तर्क दिए जाते हैं जैसे जो पढ़ा लिखा और आर्थिक तौर पर ज्यादा संपन्न है वो भूत प्रेत या चुड़ैलों की दुनिया से अधिक वास्ता नहीं रखता.

 Witch: क्या हमारे आसपास ही रहती हैं चुड़ैलें, 10 में से चार लोगों का सनसनीखेज जवाब

Survey on Witch Theory:  क्या धरती पर भूत प्रेत या चुड़ैलों का अस्तित्व है. इस सवाल का जवाब खुद रहस्यों की चादर में लिपटा हुआ है. किसी भी घटना को वैज्ञानिक नजरिये से देखने वाले मानते हैं कि इस तरह की बातों में कोई दम नहीं लेकिन इसके विपरीत दुनिया में एक ऐसा धड़ा भी है जिसके मुताबिक धरती के अलग अलग हिस्सों में चुड़ैलों रहती हैं. अगर बात अफ्रीकी देश ट्यूनीशिया की करें तो यहां पर हर 10 में से 9 शख्स को यकीन है कि चुड़ैलों का अस्तित्व है वहीं यूरोप के देश स्वीडन में 10 में से एक शख्स चुड़ैल पर भरोसा करते हैं. अगर पूरी दुनिया का औसत देखें तो 10 में से चार लोगों को यकीन है चुड़ैलों के अस्तित्व को नकारा नहीं जा सकता.

जादू-टोना पर दुनिया को भरोसा

जादू-टोना में विश्वास उतना ही पुराना हो सकता है जितना कि खुद मानवता. इसे आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि इंग्लैंड की सबसे पुरानी गुफा कला में बुरी आत्माओं को दूर करने के लिए खोदे गए चुड़ैल के निशान हो सकते हैं. भगवान हिब्रू के नाम का सबसे पुराना लिखित उदाहरण 3200 साल पुरानी अभिशाप पट्टिका पर पाया गया है. इसका मकसद किसी को परेशान करना था जिसने एक प्रतिज्ञा तोड़ दी थी.  2021 प्यू रिसर्च सेंटर के सर्वेक्षण में पाया गया कि यह धारणा कि मनुष्य शाप दे सकते हैं और ईसाई धर्म, यहूदी धर्म, इस्लाम और हिंदू धर्म सहित विश्व के अधिकांश प्रमुख धर्मों में मौजूद है.

खास अध्ययन में खास नतीजा

एक नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने प्यू रिसर्च सेंटर द्वारा 2008 और 2017 के बीच छह तरंगों पर एकत्र किए गए विशाल डेटासेट का उपयोग किया. 95 देशों और पांच महाद्वीपों के एक लाख चालीस हजार लोगों जादू में उनके विश्वास से संबंधित कई प्रश्न पूछे गए जैसे कि क्या आप बुरी नज़र में विश्वास करते हैं, या कि कुछ लोग शाप या जादू के जरिए दूसरे शख्स के नुकसान की कामना करते हैं. यहां बता दें कि सर्वे में भारत या चीन को नहीं शामिल किया गया था. प्यू नमूने के आधार पर शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया कि दुनिया भर में कम से कम 1 अरब लोग जादू टोना में विश्वास करते हैं. महिलाओं, शहरी निवासियों और युवा लोगों में ऐसी अलौकिक शक्तियों पर विश्वास करने की अधिक संभावना थी. हालांकि अधिक शिक्षा, अधिक वित्तीय सुरक्षा और छोटे घर में रहने से आमतौर पर जादू-टोने में विश्वास कम हो जाता है. 

पढ़े लिखे लोग भी चुड़ैल में करते हैं भरोसा

अध्ययन के अनुसार बहुत अच्छी आर्थिक स्थिति वाले लोगों में बहुत खराब आर्थिक स्थिति वाले लोगों की तुलना में जादू-टोना में विश्वास करने की संभावना केवल 6% से 7% कम थी और इसमें आश्चर्य की बात नहीं है कि जो लोग धार्मिक थे, उनमें इस बात पर विश्वास करने की अधिक संभावना थी कि कुछ मनुष्यों के पास जादुई शक्तियां होती हैं. शोधकर्ताओं के मुताबिक कुल मिलाकर धार्मिक और जादू टोने की मान्यताएं जो जीवन में अलौकिक शक्तियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर केंद्रित हैं और वो साथ साथ चलती रहती है.

Trending news